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  • यशायाह 30:2
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    •  2 वे मुझसे बिना पूछे+ मिस्र के पास जाते हैं+

      कि फिरौन की हिफाज़त पाएँ

      और मिस्र के साए में शरण लें।

  • यशायाह 36:4
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 4 रबशाके ने उनसे कहा, “जाकर हिजकियाह से कहो, ‘अश्‍शूर के राजाधिराज का यह संदेश है: “तू किस बात पर भरोसा किए बैठा है?+

  • यशायाह 36:6
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 6 उस मिस्र पर? वह तो कुचला हुआ नरकट है! अगर कोई उसका सहारा लेने के लिए उस पर हाथ रखे तो वह उसकी हथेली में चुभ जाएगा। मिस्र के राजा फिरौन पर जितने लोग भरोसा रखते हैं उनके लिए वह एक कुचले हुए नरकट के सिवा कुछ नहीं है।+

  • यिर्मयाह 2:18
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 18 अब तू क्यों मिस्र जाकर+ शीहोर* का पानी पीना चाहता है?

      क्यों अश्‍शूर जाकर+ महानदी* का पानी पीना चाहता है?

  • यिर्मयाह 37:5-7
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 5 उस दौरान, मिस्र से फिरौन की सेना निकल पड़ी+ और जब यह खबर यरूशलेम की घेराबंदी करनेवाले कसदियों को मिली, तो वे यरूशलेम छोड़कर चले गए।+ 6 तब यहोवा का यह संदेश भविष्यवक्‍ता यिर्मयाह के पास पहुँचा: 7 “इसराएल का परमेश्‍वर यहोवा कहता है, ‘यहूदा के राजा से, जिसने तुम्हें मेरी मरज़ी जानने के लिए भेजा है, कहना, “देखो! फिरौन की जो सेना तुम्हारी मदद करने आ रही है, उसे अपने देश मिस्र लौटना पड़ेगा।+

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