26 मैं तुम्हारे यहाँ खाने की ऐसी तंगी फैला दूँगा*+ कि दस औरतों के रोटी सेंकने के लिए एक तंदूर काफी होगा और तुम्हें रोटी तौल-तौलकर बाँटी जाएगी।+ तुम रोटी खाओगे तो सही, मगर तुम्हारी भूख नहीं मिटेगी।+
16 फिर उसने कहा, “इंसान के बेटे, मैं यरूशलेम में खाने की तंगी फैलाने जा रहा हूँ।*+ लोग चिंता में डूबे हुए तौल-तौलकर रोटी खाएँगे+ और खौफ में जीते हुए नाप-नापकर पानी पीया करेंगे।+