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मरकुस 9:2-8पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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2 इसके छ: दिन बाद यीशु ने पतरस, याकूब और यूहन्ना को अपने साथ लिया। वह उनको एक ऊँचे पहाड़ पर ले गया, जहाँ उनके सिवा कोई नहीं था। उनके सामने यीशु का रूप बदल गया।+ 3 उसके कपड़े चमकने लगे और इतने उजले सफेद हो गए जितना कि कोई भी धोबी सफेद नहीं कर सकता। 4 वहाँ चेलों को एलियाह और मूसा भी दिखायी दिए, वे दोनों यीशु से बात कर रहे थे। 5 तब पतरस ने यीशु से कहा, “गुरु,* हम बहुत खुश हैं कि हम यहाँ आए। इसलिए हमें तीन तंबू खड़े करने दे, एक तेरे लिए, एक मूसा के लिए और एक एलियाह के लिए।” 6 सच तो यह है कि पतरस को समझ नहीं आ रहा था कि उसे क्या कहना चाहिए क्योंकि वे बहुत डर गए थे। 7 फिर एक बादल उभरा और उन पर छा गया और बादल में से यह आवाज़ आयी,+ “यह मेरा प्यारा बेटा है।+ इसकी सुनो।”+ 8 फिर अचानक चेलों ने आस-पास नज़र डाली और देखा कि अब वहाँ उनके साथ यीशु के सिवा कोई नहीं है।
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लूका 9:28-36पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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28 दरअसल यह कहने के करीब आठ दिन बाद ऐसा हुआ कि वह पतरस, यूहन्ना और याकूब को अपने साथ लेकर प्रार्थना करने के लिए एक पहाड़ पर चढ़ गया।+ 29 जब वह प्रार्थना कर रहा था, तो उसके चेहरे का रूप बदल गया और उसके कपड़े सफेद होकर जगमगाने लगे। 30 और देखो! दो आदमी उससे बात कर रहे थे। वे मूसा और एलियाह थे। 31 वे पूरी महिमा के साथ दिखायी दिए और यीशु की विदाई के बारे में बात करने लगे, जो बहुत जल्द यरूशलेम से होनेवाली थी।+ 32 पतरस और उसके साथी नींद से बोझिल थे। मगर जब वे पूरी तरह जाग गए, तो उन्होंने यीशु की महिमा देखी+ और दो आदमियों को उसके साथ खड़ा देखा। 33 जब वे दोनों यीशु के पास से जाने लगे, तो पतरस ने उससे कहा, “गुरु, हम बहुत खुश हैं कि हम यहाँ आए। इसलिए हमें तीन तंबू खड़े करने दे, एक तेरे लिए, एक मूसा के लिए और एक एलियाह के लिए।” पतरस नहीं जानता था कि वह क्या कह रहा है। 34 जब वह बोल ही रहा था, तो एक बादल उभरा और उन पर छाने लगा। बादल के घिरने से वे घबरा गए। 35 उस बादल में से आवाज़+ आयी: “यह मेरा बेटा है, जिसे मैंने चुना है।+ इसकी सुनो।”+ 36 जब वह आवाज़ आयी, तो उन्होंने देखा कि यीशु वहाँ अकेला है। उन्होंने वहाँ जो देखा था उसमें से एक भी बात कुछ समय तक किसी को नहीं बतायी और इस बारे में वे चुप रहे।+
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