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  • मत्ती 17:1-8
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 17 छ: दिन बाद यीशु ने पतरस, याकूब और उसके भाई यूहन्‍ना को अपने साथ लिया। वह उनको एक ऊँचे पहाड़ पर ले गया, जहाँ उनके सिवा कोई नहीं था।+ 2 उनके सामने यीशु का रूप बदल गया। उसका चेहरा सूरज की तरह दमक उठा और उसके कपड़े रौशनी की तरह चमकने लगे।+ 3 तभी अचानक उन्हें वहाँ मूसा और एलियाह दिखायी दिए, जो यीशु से बात कर रहे थे। 4 तब पतरस ने यीशु से कहा, “प्रभु, हम बहुत खुश हैं कि हम यहाँ आए। अगर तू चाहे तो मैं यहाँ तीन तंबू खड़े करता हूँ, एक तेरे लिए, एक मूसा के लिए और एक एलियाह के लिए।” 5 वह बोल ही रहा था कि तभी एक उजला बादल उन पर छा गया और देखो! उस बादल में से यह आवाज़ आयी, “यह मेरा प्यारा बेटा है जिसे मैंने मंज़ूर किया है।+ इसकी सुनो।”+ 6 यह सुनते ही चेले औंधे मुँह गिर पड़े और बहुत डर गए। 7 तब यीशु उनके नज़दीक आया और उन्हें छूकर कहा, “उठो, डरो मत।” 8 जब उन्होंने नज़रें उठायीं तो देखा कि वहाँ यीशु के सिवा कोई नहीं था।

  • लूका 9:28-36
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 28 दरअसल यह कहने के करीब आठ दिन बाद ऐसा हुआ कि वह पतरस, यूहन्‍ना और याकूब को अपने साथ लेकर प्रार्थना करने के लिए एक पहाड़ पर चढ़ गया।+ 29 जब वह प्रार्थना कर रहा था, तो उसके चेहरे का रूप बदल गया और उसके कपड़े सफेद होकर जगमगाने लगे। 30 और देखो! दो आदमी उससे बात कर रहे थे। वे मूसा और एलियाह थे। 31 वे पूरी महिमा के साथ दिखायी दिए और यीशु की विदाई के बारे में बात करने लगे, जो बहुत जल्द यरूशलेम से होनेवाली थी।+ 32 पतरस और उसके साथी नींद से बोझिल थे। मगर जब वे पूरी तरह जाग गए, तो उन्होंने यीशु की महिमा देखी+ और दो आदमियों को उसके साथ खड़ा देखा। 33 जब वे दोनों यीशु के पास से जाने लगे, तो पतरस ने उससे कहा, “गुरु, हम बहुत खुश हैं कि हम यहाँ आए। इसलिए हमें तीन तंबू खड़े करने दे, एक तेरे लिए, एक मूसा के लिए और एक एलियाह के लिए।” पतरस नहीं जानता था कि वह क्या कह रहा है। 34 जब वह बोल ही रहा था, तो एक बादल उभरा और उन पर छाने लगा। बादल के घिरने से वे घबरा गए। 35 उस बादल में से आवाज़+ आयी: “यह मेरा बेटा है, जिसे मैंने चुना है।+ इसकी सुनो।”+ 36 जब वह आवाज़ आयी, तो उन्होंने देखा कि यीशु वहाँ अकेला है। उन्होंने वहाँ जो देखा था उसमें से एक भी बात कुछ समय तक किसी को नहीं बतायी और इस बारे में वे चुप रहे।+

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