21 उस वक्त से यीशु अपने चेलों को बताने लगा कि उसे यरूशलेम जाना होगा और वहाँ मुखियाओं, प्रधान याजकों और शास्त्रियों के हाथ कई दुख सहने होंगे, उसे मार डाला जाएगा और फिर तीसरे दिन ज़िंदा कर दिया जाएगा।+
31 क्योंकि इस दौरान वह अपने चेलों को सिखा रहा था और उन्हें यह बता रहा था, “इंसान के बेटे के साथ विश्वासघात किया जाएगा और उसे लोगों के हवाले कर दिया जाएगा। वे उसे मार डालेंगे,+ मगर मरने के तीन दिन बाद वह ज़िंदा हो जाएगा।”+