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मरकुस 9:33-37पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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33 फिर वे कफरनहूम आए। जब वह घर के अंदर था, तो उसने चेलों से पूछा, “तुम रास्ते में किस बात पर झगड़ रहे थे?”+ 34 वे चुप्पी साधे रहे क्योंकि वे इस बात पर झगड़ रहे थे कि हममें बड़ा कौन है। 35 तब उसने बैठकर बारहों को बुलाया और उनसे कहा, “अगर कोई सबसे बड़ा बनना चाहता है, तो ज़रूरी है कि वह सबसे छोटा बने और सबका सेवक बने।”+ 36 फिर उसने एक छोटे बच्चे को लेकर उनके बीच खड़ा किया और उसके कंधों पर हाथ रखकर उनसे कहा, 37 “जो कोई मेरे नाम से ऐसे एक भी बच्चे को स्वीकार करता है,+ वह मुझे स्वीकार करता है। और जो मुझे स्वीकार करता है, वह न सिर्फ मुझे बल्कि मेरे भेजनेवाले को भी स्वीकार करता है।”+
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लूका 9:46-48पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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46 इसके बाद उनमें यह बहस छिड़ गयी कि उनमें सबसे बड़ा कौन है।+ 47 तब यीशु ने यह जानते हुए कि वे अपने दिलों में क्या सोच रहे हैं, एक छोटे बच्चे को अपने पास खड़ा किया 48 और उनसे कहा, “जो कोई मेरे नाम से इस छोटे बच्चे को स्वीकार करता है वह मुझे भी स्वीकार करता है। और जो मुझे स्वीकार करता है वह उसे भी स्वीकार करता है जिसने मुझे भेजा है।+ इसलिए कि तुममें से जो अपने आपको बाकियों से छोटा समझकर चलता है, वही तुम सब में बड़ा है।”+
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