22 और परमेश्वर की पवित्र शक्ति कबूतर जैसे आकार में उसके ऊपर उतरी और स्वर्ग से यह आवाज़ सुनायी दी: “तू मेरा प्यारा बेटा है। मैंने तुझे मंज़ूर किया है।”+
17 इसलिए कि उसने परमेश्वर यानी हमारे पिता से आदर और महिमा पायी, जब उस महाप्रतापी ने उससे यह कहा,* “यह मेरा प्यारा बेटा है जिसे मैंने खुद मंज़ूर किया है।”+