वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • मत्ती 14:15-21
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 15 मगर जब शाम हुई, तो चेलों ने उसके पास आकर कहा, “यह जगह सुनसान है और बहुत देर हो चुकी है। इसलिए भीड़ को विदा कर दे ताकि वे आस-पास के गाँवों में जाकर खाने के लिए कुछ खरीद लें।”+ 16 मगर यीशु ने उनसे कहा, “उन्हें जाने की ज़रूरत नहीं, तुम्हीं उन्हें कुछ खाने को दो।” 17 चेलों ने उससे कहा, “यहाँ हमारे पास पाँच रोटियों और दो मछलियों के सिवा और कुछ नहीं है।” 18 उसने कहा, “रोटी और मछली मेरे पास लाओ।” 19 इसके बाद यीशु ने भीड़ को घास पर आराम से बैठ जाने के लिए कहा। फिर उसने पाँच रोटियाँ और दो मछलियाँ लीं और आकाश की तरफ देखकर प्रार्थना में धन्यवाद दिया।+ उसने रोटियाँ तोड़कर चेलों को दीं और चेलों ने उन्हें भीड़ में बाँट दिया। 20 उन सबने जी-भरकर खाया और उन्होंने बचे हुए टुकड़े उठाए जिनसे 12 टोकरियाँ भर गयीं।+ 21 खानेवालों में करीब 5,000 आदमी थे, उनके अलावा औरतें और बच्चे भी थे।+

  • लूका 9:12-17
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 12 फिर दिन ढलने लगा और वे 12 उसके पास आए और कहने लगे, “भीड़ को भेज दे ताकि वे आस-पास के गाँवों और देहातों में जाकर अपने खाने और ठहरने का इंतज़ाम करें, क्योंकि हम यहाँ सुनसान जगह में हैं।”+ 13 मगर यीशु ने उनसे कहा, “तुम्हीं उन्हें कुछ खाने को दो।”+ उन्होंने कहा, “हमारे पास पाँच रोटियों और दो मछलियों के सिवा कुछ नहीं है। क्या तू यह चाहता है कि हम खुद जाकर इन सब लोगों के लिए खाना खरीदकर लाएँ?” 14 दरअसल वहाँ करीब 5,000 आदमी थे। यीशु ने अपने चेलों से कहा, “उन्हें पचास-पचास की टोलियों में बिठा दो।” 15 उन्होंने ऐसा ही किया और सबको बिठा दिया। 16 तब उसने पाँच रोटियाँ और दो मछलियाँ लीं और आकाश की तरफ देखकर प्रार्थना में धन्यवाद दिया। फिर उन्हें तोड़कर चेलों को देने लगा ताकि वे भीड़ के सामने परोस दें। 17 तब सब लोगों ने जी-भरकर खाया और उन्होंने बचे हुए टुकड़े उठाए जिनसे 12 टोकरियाँ भर गयीं।+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें