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  • मत्ती 20:26, 27
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 26 मगर तुम्हारे बीच ऐसा नहीं होना चाहिए,+ बल्कि तुममें जो बड़ा बनना चाहता है, उसे तुम्हारा सेवक होना चाहिए+ 27 और जो कोई तुममें पहला होना चाहता है, उसे तुम्हारा दास होना चाहिए।+

  • मरकुस 9:35
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 35 तब उसने बैठकर बारहों को बुलाया और उनसे कहा, “अगर कोई सबसे बड़ा बनना चाहता है, तो ज़रूरी है कि वह सबसे छोटा बने और सबका सेवक बने।”+

  • लूका 9:48
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 48 और उनसे कहा, “जो कोई मेरे नाम से इस छोटे बच्चे को स्वीकार करता है वह मुझे भी स्वीकार करता है। और जो मुझे स्वीकार करता है वह उसे भी स्वीकार करता है जिसने मुझे भेजा है।+ इसलिए कि तुममें से जो अपने आपको बाकियों से छोटा समझकर चलता है, वही तुम सब में बड़ा है।”+

  • लूका 22:26
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 26 मगर तुम्हें ऐसा नहीं होना है।+ इसके बजाय, जो तुममें सबसे बड़ा है वह सबसे छोटा बने+ और जो अगुवाई करता है, वह सेवक जैसा बने।

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