18 तुम अपने किसी जाति भाई से बदला न लेना,+ न ही उसके खिलाफ दुश्मनी पालना। तुम अपने संगी-साथी से वैसे ही प्यार करना जैसे तुम खुद से करते हो।+ मैं यहोवा हूँ।
39 और इसी की तरह यह दूसरी है, ‘तुम अपने पड़ोसी से वैसे ही प्यार करना जैसे तुम खुद से करते हो।’+40 इन्हीं दो आज्ञाओं पर पूरा कानून और भविष्यवक्ताओं की शिक्षाएँ आधारित हैं।”+
9 क्योंकि ये आज्ञाएँ, “तुम व्यभिचार* न करना,+ तुम खून न करना,+ तुम चोरी न करना,+ तुम लालच न करना”+ और इनके साथ-साथ जो भी आज्ञाएँ हैं, सबका निचोड़ इस एक बात में पाया जाता है, “अपने पड़ोसी से वैसे ही प्यार करना जैसे तुम खुद से करते हो।”+
8 अगर तुम शास्त्र के मुताबिक इस शाही नियम को मानते हो: “तुम अपने पड़ोसी से वैसे ही प्यार करना जैसे तुम खुद से करते हो,”+ तो तुम बहुत अच्छा काम कर रहे हो।