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  • मत्ती 27:33-37
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 33 जब वे गुलगुता नाम की जगह पहुँचे, जो खोपड़ी स्थान कहलाती है,+ 34 तो उन्होंने यीशु को पीने के लिए पित्त* मिली दाख-मदिरा दी।+ मगर उसने चखने के बाद, उसे पीने से इनकार कर दिया। 35 सैनिकों ने उसे काठ पर ठोंक दिया और चिट्ठियाँ डालकर उसका ओढ़ना आपस में बाँट लिया।+ 36 फिर वहाँ बैठकर वे उसकी पहरेदारी करने लगे। 37 और उस पर जो इलज़ाम था, उसे लिखकर उन्होंने उसके सिर के ऊपर काठ पर लगा दिया: “यह यहूदियों का राजा यीशु है।”+

  • लूका 23:33
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 33 जब वे खोपड़ी कहलानेवाली जगह पर पहुँचे,+ तो वहाँ उन्होंने यीशु को दो अपराधियों के साथ काठ पर ठोंक दिया। एक अपराधी उसके दायीं तरफ था और दूसरा बायीं तरफ।+

  • यूहन्‍ना 19:17
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 17 यीशु अपना यातना का काठ* उठाए उस जगह गया जिसे खोपड़ी स्थान कहा जाता है।+ वह जगह इब्रानी में गुलगुता कहलाती है।+

  • इब्रानियों 13:12
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 12 इसलिए यीशु ने भी शहर के फाटक के बाहर दुख उठाया+ ताकि वह अपने खून से लोगों को पवित्र कर सके।+

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