19 मगर जब वे तुम्हें पकड़वाएँगे, तो यह चिंता न करना कि तुम क्या कहोगे और कैसे कहोगे। जो तुम्हें बोलना है वह उस वक्त तुम जान जाओगे।+20 इसलिए कि तुम अपने आप नहीं बल्कि अपने पिता की पवित्र शक्ति की मदद से बोलोगे।+
11 मगर जब वे तुम्हें अदालत के हवाले करने ले जा रहे होंगे, तो पहले से चिंता मत करना कि हम क्या कहेंगे। पर जो कुछ तुम्हें उस घड़ी बताया जाए, वही कहना क्योंकि बोलनेवाले तुम नहीं बल्कि पवित्र शक्ति होगी।+
14 इसलिए अपने दिल में ठान लो कि तुम पहले से तैयारी नहीं करोगे कि अपनी सफाई में क्या-क्या कहोगे।+15 इसलिए कि मैं तुम्हें ऐसे शब्द और ऐसी बुद्धि दूँगा कि सब विरोधी साथ मिलकर भी तुम्हारा मुकाबला नहीं कर पाएँगे, न ही जवाब में कुछ कह पाएँगे।+