10 मगर यहोवा* का दिन+ ऐसे आएगा जैसे चोर आता है।+ उस दिन आकाश बड़े गरजन के साथ मिट जाएगा+ और तत्व बेहद गरम होकर पिघल जाएँगे और धरती और उस पर होनेवाले कामों का परदाफाश हो जाएगा।+
15 “देख! मैं एक चोर की तरह आ रहा हूँ।+ सुखी है वह जो जागता रहता है+ और अपने कपड़ों की चौकसी करता है ताकि वह नंगा न फिरे और लोग उसकी शर्मनाक हालत न देखें।”+