16 मैं खोयी हुई भेड़ को ढूँढ़ूँगा,+ भटकी हुई को वापस लाऊँगा, जो घायल है उसकी मरहम-पट्टी करूँगा और जो कमज़ोर है उसे मज़बूत करूँगा, मगर जो मोटी-ताज़ी और तगड़ी है उसे मिटा डालूँगा। मैं उसका न्याय करके उसे सज़ा दूँगा।”
13 इसलिए जाओ और इस बात का मतलब सीखो, ‘मैं बलिदान नहीं चाहता बल्कि यह चाहता हूँ कि तुम दूसरों पर दया करो।’+ क्योंकि मैं धर्मियों को नहीं, पापियों को बुलाने आया हूँ।”
4 “तुममें ऐसा कौन है जिसके पास अगर 100 भेड़ें हों और उनमें से एक खो जाए, तो वह बाकी 99 को वीराने में छोड़कर उस एक को ढूँढ़ने न जाए? क्या वह उस खोयी हुई भेड़ को तब तक नहीं ढूँढ़ता रहेगा जब तक कि वह मिल न जाए?+