2 इसलिए कि तुम खुद अच्छी तरह जानते हो कि यहोवा का दिन+ ठीक वैसे ही आ रहा है जैसे रात को चोर आता है।+ 3 जब लोग कहते होंगे, “शांति और सुरक्षा है!” तब उसी वक्त अचानक उन पर विनाश आ पड़ेगा,+ जैसे एक गर्भवती औरत को अचानक प्रसव-पीड़ा उठने लगती है और वे किसी भी हाल में नहीं बच पाएँगे।