43 इसलिए अरिमतियाह का रहनेवाला यूसुफ वहाँ आया जो धर्म-सभा* का एक इज़्ज़तदार सदस्य था। वह खुद भी परमेश्वर के राज के आने का इंतज़ार कर रहा था। वह हिम्मत करके पीलातुस के सामने गया और उसने यीशु की लाश माँगी।+
25 और देखो! यरूशलेम में शिमोन नाम का एक आदमी था जो नेक और परमेश्वर का भक्त था। उस पर पवित्र शक्ति थी और वह उस समय के इंतज़ार में था जब परमेश्वर इसराएल को दिलासा देगा।+