5 अंधे अब देख रहे हैं,+ लँगड़े चल-फिर रहे हैं, कोढ़ी शुद्ध किए जा रहे हैं,+ बहरे सुन रहे हैं, मरे हुओं को ज़िंदा किया जा रहा है और गरीबों को खुशखबरी सुनायी जा रही है।+
2 रात के वक्त यीशु के पास आया+ और उससे कहा, “रब्बी,+ हम जानते हैं कि तू परमेश्वर की तरफ से आया शिक्षक है। इसलिए कि तू जो चमत्कार करता है, वह कोई भी इंसान तब तक नहीं कर सकता,+ जब तक कि परमेश्वर उसके साथ न हो।”+
25 यीशु ने उन्हें जवाब दिया, “मैं तुमसे कह चुका हूँ, फिर भी तुम यकीन नहीं करते। मैं अपने पिता के नाम से जो काम करता हूँ वही मेरे बारे में गवाही देते हैं।+