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व्यवस्थाविवरण 21:22, 23पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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22 अगर किसी आदमी ने ऐसा पाप किया है जिसकी सज़ा मौत है और तुम उसे मार डालने के बाद+ काठ पर लटका देते हो,+ 23 तो उसकी लाश पूरी रात काठ पर न लटकी रहे।+ इसके बजाय, जिस दिन तुम उस आदमी को मौत की सज़ा देते हो उसी दिन उसकी लाश दफना देना, क्योंकि हर वह इंसान जो काठ पर लटकाया जाता है वह परमेश्वर की तरफ से शापित ठहरता है।+ तुम अपने देश को दूषित मत करना जो तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें विरासत में देनेवाला है।+
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मत्ती 27:57-60पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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57 जब दोपहर काफी बीत चुकी, तब यूसुफ नाम का एक अमीर आदमी वहाँ आया, जो अरिमतियाह का रहनेवाला था। वह भी यीशु का एक चेला बन चुका था।+ 58 इस आदमी ने पीलातुस के पास जाकर यीशु की लाश माँगी।+ तब पीलातुस ने हुक्म दिया कि उसे लाश दे दी जाए।+ 59 यूसुफ ने लाश लेकर उसे बढ़िया मलमल की साफ चादर में लपेटा+ 60 और अपनी नयी कब्र में रखा,+ जो उसने चट्टान खोदकर बनवायी थी। कब्र के द्वार पर एक बड़ा पत्थर लुढ़काने के बाद, वह वहाँ से चला गया।
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मरकुस 15:43-46पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
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43 इसलिए अरिमतियाह का रहनेवाला यूसुफ वहाँ आया जो धर्म-सभा* का एक इज़्ज़तदार सदस्य था। वह खुद भी परमेश्वर के राज के आने का इंतज़ार कर रहा था। वह हिम्मत करके पीलातुस के सामने गया और उसने यीशु की लाश माँगी।+ 44 मगर पीलातुस को ताज्जुब हुआ कि यीशु वाकई मर चुका है। इसलिए उसने सेना-अफसर को बुलाकर पूछा कि क्या वह मर चुका है। 45 पीलातुस ने सेना-अफसर से यह पक्का कर लेने के बाद कि वह मर चुका है, उसकी लाश यूसुफ को सौंप दी। 46 तब यूसुफ बढ़िया मलमल खरीदकर ले आया और उसने यीशु की लाश नीचे उतारी और उसे मलमल में लपेटकर एक कब्र* में रख दिया,+ जो चट्टान खोदकर बनायी गयी थी। और कब्र* के द्वार पर एक पत्थर लुढ़काकर उसे बंद कर दिया।+
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