10 और इसराएल के लोगों* की गिनती समुंदर की बालू के किनकों जैसी होगी, जिन्हें न तौला जा सकता है और न ही गिना जा सकता है।+ और जिस जगह उनसे कहा गया था, ‘तुम मेरे लोग नहीं हो,’+ वहाँ उनसे कहा जाएगा, ‘तुम जीवित परमेश्वर के बेटे हो।’+
4 लेकिन परमेश्वर ने उसे क्या जवाब दिया? “मेरे अब भी ऐसे 7,000 आदमी हैं जिन्होंने बाल के सामने घुटने टेककर दंडवत नहीं किया।”+5 उसी तरह, आज भी कुछ बचे हुए लोग हैं+ जिन्हें परमेश्वर की महा-कृपा की वजह से चुना गया है।