11 तुम भी हमारे लिए मिन्नतें करके हमारी मदद कर सकते हो+ ताकि बहुतों की प्रार्थनाओं की वजह से हम पर कृपा की जाए और बदले में बहुत-से लोग हमारी तरफ से धन्यवाद दे सकें।+
18 हर मौके पर पवित्र शक्ति के मुताबिक+ हर तरह की प्रार्थना+ और मिन्नतें करते रहो। और ऐसा करने के लिए जागते रहो और सभी पवित्र जनों की खातिर मिन्नतें करते रहो।
3 हमारे लिए भी प्रार्थना करो+ कि परमेश्वर हमारे लिए मौके का दरवाज़ा खोल दे ताकि हम वचन का प्रचार कर सकें और मसीह के बारे में पवित्र रहस्य बता सकें, क्योंकि मैं इसी वजह से कैद में हूँ।+