23 यही नहीं, हम भी जिन्हें पहला फल यानी पवित्र शक्ति मिली है, अपने दिलों में कराहते हैं।+ इस दौरान हम बड़ी बेचैनी से इंतज़ार कर रहे हैं कि परमेश्वर हमें अपने बेटों के नाते गोद ले+ और फिरौती के ज़रिए हमें अपने शरीर से छुटकारा दिलाए।
5 परमेश्वर एक है+ और परमेश्वर और इंसानों के बीच+ एक ही बिचवई है+ यानी एक इंसान, मसीह यीशु+6 जिसने सबकी* खातिर फिरौती का बराबर दाम चुकाने के लिए खुद को दे दिया।+ और इस बात की गवाही सही वक्त पर ज़रूर दी जाएगी।