5 हे दासो, जो दुनिया में तुम्हारे मालिक हैं,+ उनसे डरते और थरथराते हुए मन की सीधाई से उनकी आज्ञा मानो, जैसे तुम मसीह की मानते हो। 6 सिर्फ तब नहीं जब वे तुम्हें देख रहे हों, मानो तुम इंसानों को खुश करना चाहते हो,+ बल्कि मसीह के दासों की तरह तन-मन से परमेश्वर की मरज़ी पूरी करो।+