29 मैं जानता हूँ कि मेरे जाने के बाद अत्याचारी भेड़िए तुम्हारे बीच घुस आएँगे+ और झुंड के साथ कोमलता से पेश नहीं आएँगे 30 और तुम्हारे ही बीच में से ऐसे आदमी उठ खड़े होंगे जो चेलों को अपने पीछे खींच लेने के लिए टेढ़ी-मेढ़ी बातें कहेंगे।+
3 और वे लालच की वजह से छल की बातें कहकर तुम्हें लूटेंगे। मगर उनके लिए बहुत पहले ही सज़ा तय कर दी गयी थी+ और उन्हें सज़ा देने का वक्त धीरे-धीरे नहीं आ रहा, न ही वह थम गया है।+