7 मगर परमेश्वर की निंदा करनेवाली झूठी कथा-कहानियों को ठुकरा दे,+ जैसी बूढ़ी औरतें सुनाती हैं। इसके बजाय, परमेश्वर की भक्ति को अपना लक्ष्य बनाकर खुद को प्रशिक्षण देता रह।
20 हे तीमुथियुस, तुझे जो अमानत सौंपी गयी है उसे सँभालकर रख।+ उन खोखली बातों से दूर रह जो पवित्र बातों के खिलाफ हैं और झूठे ज्ञान की विरोध करनेवाली बातों से दूर रह।+