3 जब वह जैतून पहाड़ पर बैठा था, तब चेले अकेले में उसके पास आकर पूछने लगे, “हमें बता, ये सब बातें कब होंगी और तेरी मौजूदगी*+ की और दुनिया की व्यवस्था* के आखिरी वक्त की क्या निशानी होगी?”+
4परमेश्वर की प्रेरणा से कहे गए वचन साफ-साफ बताते हैं कि आगे ऐसा वक्त आएगा जब कुछ लोग गुमराह करनेवाले प्रेरित वचनों और दुष्ट स्वर्गदूतों की शिक्षाओं पर ध्यान देने की वजह से विश्वास को छोड़ देंगे।+
17 लेकिन प्यारे भाइयो, तुम वे बातें याद करो जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के प्रेषितों ने पहले बतायी थीं, 18 किस तरह वे तुम्हें बताया करते थे, “आखिरी वक्त में खिल्ली उड़ानेवाले आएँगे जो अपनी बुरी इच्छाओं के मुताबिक काम करेंगे।”+