3 पापी इंसानों की वजह से कानून कमज़ोर पड़ गया,+ इसलिए कानून जो काम नहीं कर पाया+ वह परमेश्वर ने किया। परमेश्वर ने अपने बेटे को इंसान के रूप+ में* भेजा+ ताकि वह पाप को मिटाए और इस तरह उसने शरीर में पाप को दोषी ठहराया
9 यह तंबू आज के समय के लिए एक नमूना है+ और इस इंतज़ाम के मुताबिक भेंट और बलिदान चढ़ाए जाते हैं।+ मगर ये बलिदान और भेंट पवित्र सेवा करनेवाले इंसान को पूरी तरह से शुद्ध ज़मीर नहीं दे सकते।+
9 तरह-तरह की परायी शिक्षाओं से गुमराह मत होना। क्योंकि परमेश्वर की महा-कृपा से दिल को मज़बूत करना अच्छा है न कि खाने* से, जिससे उन लोगों को फायदा नहीं होता जो उसमें लगे रहते हैं।+