9 चलते-चलते वे उस जगह पहुँचे जो सच्चे परमेश्वर ने अब्राहम को बतायी थी। वहाँ अब्राहम ने एक वेदी बनायी और उस पर लकड़ियाँ बिछायीं। फिर उसने अपने बेटे इसहाक के हाथ-पैर बाँध दिए और उसे लकड़ियों पर लिटा दिया।+
12 स्वर्गदूत ने उससे कहा, “लड़के को मत मार, उसे कुछ मत कर। अब मैं जान गया हूँ कि तू सचमुच परमेश्वर का डर माननेवाला इंसान है, क्योंकि तू अपने इकलौते बेटे तक को मुझे देने से पीछे नहीं हटा।”+