33 मैंने तुमसे ये बातें इसलिए कही हैं ताकि मेरे ज़रिए तुम शांति पा सको।+ दुनिया में तुम्हें तकलीफें झेलनी पड़ेंगी, मगर हिम्मत रखो! मैंने इस दुनिया पर जीत हासिल कर ली है।”+
18 हम जानते हैं कि हर वह इंसान जो परमेश्वर से पैदा हुआ है वह पाप करने में नहीं लगा रहता, मगर ऐसे इंसान की वह* हिफाज़त करता है जो परमेश्वर से पैदा हुआ है और शैतान* उस पर कब्ज़ा नहीं कर सकता।+