30 यीशु ने उससे पूछा, “तेरा नाम क्या है?” उसने कहा, “पलटन,” क्योंकि उसमें बहुत सारे दुष्ट स्वर्गदूत समाए थे। 31 वे उससे बिनती करते रहे कि वह उन्हें अथाह-कुंड में जाने का हुक्म न दे।+
4 वाकई, परमेश्वर उन स्वर्गदूतों को भी सज़ा देने से पीछे नहीं हटा जिन्होंने पाप किया था।+ मगर उन्हें तारतरस* में फेंक दिया+ और ज़ंजीरों से बाँधकर वहाँ घोर अंधकार* में डाल दिया ताकि सज़ा पाने के समय तक वे वहीं रहें।+
20और मैंने एक स्वर्गदूत को स्वर्ग से उतरते देखा जिसके पास अथाह-कुंड की चाबी और हाथ में एक बड़ी ज़ंजीर थी।+2 उसने उस अजगर+ को, उस पुराने साँप+ को जो इबलीस+ और शैतान+ है पकड़ लिया और 1,000 साल के लिए उसे बाँध दिया।