यशायाह 11:1 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 11 यिशै के ठूँठ से एक टहनी उगेगी,+उसकी जड़ों से एक अंकुर फूटेगा+ जो फलेगा-फूलेगा। यशायाह 11:10 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 10 उस दिन यिशै की जड़,+ झंडे की तरह खड़ी होगीऔर देश-देश के लोगों को बुलाएगी,+सब राष्ट्र सलाह लेने उसके पास आएँगे*+और उसका निवास महिमा से भर जाएगा। रोमियों 15:12 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 12 और फिर यशायाह कहता है, “यिशै की जड़ प्रकट होगी+ यानी वह जो राष्ट्रों पर राज करने के लिए खड़ा होगा+ और राष्ट्र उस पर आशा रखेंगे।”+
10 उस दिन यिशै की जड़,+ झंडे की तरह खड़ी होगीऔर देश-देश के लोगों को बुलाएगी,+सब राष्ट्र सलाह लेने उसके पास आएँगे*+और उसका निवास महिमा से भर जाएगा।
12 और फिर यशायाह कहता है, “यिशै की जड़ प्रकट होगी+ यानी वह जो राष्ट्रों पर राज करने के लिए खड़ा होगा+ और राष्ट्र उस पर आशा रखेंगे।”+