11 हे यहोवा, महानता,+ ताकत,+ सौंदर्य, वैभव और प्रताप* तेरा ही है+ क्योंकि आकाश और धरती पर जो कुछ है, सब तेरा है।+ हे यहोवा, राज तेरा है।+ तू ऐसा परमेश्वर है जिसने खुद को सबसे ऊँचा किया है, तू परम-प्रधान है।
17 पहरेदारों+ ने यही आदेश सुनाया है और पवित्र दूतों ने इस फैसले का ऐलान किया है ताकि धरती पर जीनेवाले सब लोग जान जाएँ कि इंसानी राज्यों पर परम-प्रधान परमेश्वर का राज है+ और वह जिसे चाहे उसके हाथ में राज देता है, वह छोटे-से-छोटे इंसान को भी राज करने के लिए ठहराता है।”
34 “उस समय के आखिर में+ मैंने, नबूकदनेस्सर ने ऊपर स्वर्ग की ओर देखा और मेरा दिमाग दुरुस्त हो गया और मैंने परम-प्रधान परमेश्वर की तारीफ की, सदा तक रहनेवाले परमेश्वर की तारीफ और महिमा की, क्योंकि उसका राज सदा कायम रहनेवाला राज है और उसका राज पीढ़ी-दर-पीढ़ी बना रहता है।+
10 और मैंने स्वर्ग से एक ज़ोरदार आवाज़ को यह कहते सुना:
“हमारे परमेश्वर की तरफ से उद्धार+ और उसकी शक्ति और उसका राज+ और उसके मसीह का अधिकार अब ज़ाहिर हुआ है क्योंकि हमारे भाइयों पर दोष लगानेवाला नीचे फेंक दिया गया है, जो दिन-रात हमारे परमेश्वर के सामने उन पर दोष लगाया करता था!+