वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • यूहन्‍ना 3
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

यूहन्‍ना का सारांश

      • यीशु और नीकुदेमुस (1-21)

        • दोबारा पैदा होना (3-8)

        • परमेश्‍वर ने दुनिया से प्यार किया (16)

      • यीशु के बारे में यूहन्‍ना की आखिरी गवाही (22-30)

      • जो ऊपर से आता है (31-36)

यूहन्‍ना 3:1

तसवीरें और वीडियो

  • यीशु नीकुदेमुस को पानी और पवित्र शक्‍ति से पैदा होने के बारे में समझाता है (यीशु की ज़िंदगी 3 00:00-04:43)

संबंधित आयतें

  • +यूह 7:50, 51; 19:39

यूहन्‍ना 3:2

संबंधित आयतें

  • +यूह 12:42
  • +यूह 1:38
  • +यूह 2:11
  • +यूह 14:11; प्रेष 2:22; 10:38

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्यार, पाठ 10

    प्रहरीदुर्ग,

    2/1/2002, पेज 9-11

यूहन्‍ना 3:3

फुटनोट

  • *

    या शायद, “कोई ऊपर से न पैदा हो।”

संबंधित आयतें

  • +यूह 1:12, 13; 1पत 1:3, 23; 1यूह 3:9
  • +1कुर 15:50

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    1/2020, पेज 22-23

    प्रहरीदुर्ग,

    5/1/2001, पेज 22

    7/1/1995, पेज 9-10

यूहन्‍ना 3:4

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    3/15/1995, पेज 26

यूहन्‍ना 3:5

संबंधित आयतें

  • +मत 3:11; 28:19; प्रेष 1:5; 8:36; 10:45, 47; 19:5, 6

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 44

    प्रहरीदुर्ग,

    7/1/1996, पेज 16-17

    7/1/1995, पेज 9-10

यूहन्‍ना 3:7

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    5/1/2001, पेज 22

यूहन्‍ना 3:8

संबंधित आयतें

  • +रोम 8:14, 16

यूहन्‍ना 3:13

संबंधित आयतें

  • +प्रेष 2:34
  • +यूह 6:38; 8:23, 42

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 30

यूहन्‍ना 3:14

तसवीरें और वीडियो

  • जैसे वीराने में साँप को ऊँचे पर चढ़ाया गया, उसी तरह इंसान के बेटे को ऊँचे पर चढ़ाया जाएगा (यीशु की ज़िंदगी 3 04:43-05:02)

संबंधित आयतें

  • +गि 21:8, 9
  • +यूह 8:28; गल 3:13

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 44

यूहन्‍ना 3:15

संबंधित आयतें

  • +यूह 3:36; 20:31

यूहन्‍ना 3:16

तसवीरें और वीडियो

  • परमेश्‍वर ने अपने इकलौते बेटे को दुनिया में भेजा, न्याय करने नहीं बल्कि इसे बचाने के लिए (यीशु की ज़िंदगी 3 05:02-07:52)

संबंधित आयतें

  • +रोम 5:8; 8:32; 1यूह 4:9, 10, 19
  • +यूह 6:40; 20:31; रोम 6:23; 2ती 3:15; 1यूह 5:13

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    मेरा चेला बन जा, पेज 180-181

    यहोवा के करीब, पेज 232-235

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 15

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    2/2017, पेज 6-7

    प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए),

    अंक 2 2017, पेज 5

    यीशु—राह, पेज 44

    प्रहरीदुर्ग,

    4/1/2010, पेज 6

    8/15/2009, पेज 9

    12/15/2008, पेज 12

    2/1/1997, पेज 9-12

    2/1/1996, पेज 4

    12/1/1991, पेज 12, 16

    6/1/1988, पेज 30

    11/1/1987, पेज 16-20

    त्रियेक, पेज 15-16

यूहन्‍ना 3:17

संबंधित आयतें

  • +लूक 19:10; यूह 12:47; 1कुर 15:22; 2कुर 5:18, 19; 1ती 1:15; 1यूह 2:1, 2; 4:14

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 44

यूहन्‍ना 3:18

संबंधित आयतें

  • +यूह 5:24
  • +मत 10:33; इब्र 10:29

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    12/15/2008, पेज 12

    त्रियेक, पेज 15-16

यूहन्‍ना 3:19

संबंधित आयतें

  • +यूह 1:9; 8:12; 9:5; 12:46

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग, 2/15/1997, पेज 31

    यीशु—राह, पेज 44-45

यूहन्‍ना 3:20

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/2005, पेज 9

यूहन्‍ना 3:21

संबंधित आयतें

  • +यूह 12:36, 46; 1यूह 1:7

यूहन्‍ना 3:22

तसवीरें और वीडियो

  • यीशु के बारे में यूहन्‍ना की आखिरी गवाही (यीशु की ज़िंदगी 3 08:08-10:19)

संबंधित आयतें

  • +यूह 4:2

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 46

    प्रहरीदुर्ग,

    2/1/1989, पेज 6

यूहन्‍ना 3:23

संबंधित आयतें

  • +मर 1:10; प्रेष 8:38
  • +मत 3:1, 5, 6

यूहन्‍ना 3:24

संबंधित आयतें

  • +मत 14:3; लूक 3:19, 20

यूहन्‍ना 3:26

संबंधित आयतें

  • +यूह 1:33, 34

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 46

यूहन्‍ना 3:28

संबंधित आयतें

  • +यूह 1:19, 20
  • +मत 11:7, 10; लूक 1:13, 17

यूहन्‍ना 3:29

संबंधित आयतें

  • +2कुर 11:2; इफ 5:25; प्रक 21:9

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    8/2019, पेज 30

    यीशु—राह, पेज 46

    प्रहरीदुर्ग,

    2/1/1990, पेज 26

यूहन्‍ना 3:30

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 46

यूहन्‍ना 3:31

तसवीरें और वीडियो

  • बेटा, जो ऊपर से आता है, उस पर विश्‍वास करने का मतलब है हमेशा की ज़िंदगी (यीशु की ज़िंदगी 3 10:19-11:45)

संबंधित आयतें

  • +यूह 8:23
  • +मत 3:11

यूहन्‍ना 3:32

संबंधित आयतें

  • +यूह 8:26; 15:15
  • +यूह 1:11; 3:11

यूहन्‍ना 3:33

फुटनोट

  • *

    या “पक्का किया है।”

संबंधित आयतें

  • +1यूह 5:10

यूहन्‍ना 3:34

फुटनोट

  • *

    या “नाप-नापकर।”

संबंधित आयतें

  • +यूह 7:16

यूहन्‍ना 3:35

संबंधित आयतें

  • +यूह 5:20; 15:9, 10
  • +मत 11:27; लूक 10:22

यूहन्‍ना 3:36

संबंधित आयतें

  • +यूह 3:16; 6:47; रोम 1:17; इब्र 5:9
  • +2थि 1:7, 8; 1यूह 5:12
  • +इफ 5:5, 6; इब्र 10:26, 27

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए),

    अंक 2 2017, पेज 7

    प्रहरीदुर्ग,

    8/15/2010, पेज 13, 16

    4/15/1999, पेज 13-14

दूसरें अनुवाद

मिलती-जुलती आयतें देखने के लिए किसी आयत पर क्लिक कीजिए।

दूसरी

यूह. 3:1यूह 7:50, 51; 19:39
यूह. 3:2यूह 12:42
यूह. 3:2यूह 1:38
यूह. 3:2यूह 2:11
यूह. 3:2यूह 14:11; प्रेष 2:22; 10:38
यूह. 3:3यूह 1:12, 13; 1पत 1:3, 23; 1यूह 3:9
यूह. 3:31कुर 15:50
यूह. 3:5मत 3:11; 28:19; प्रेष 1:5; 8:36; 10:45, 47; 19:5, 6
यूह. 3:8रोम 8:14, 16
यूह. 3:13प्रेष 2:34
यूह. 3:13यूह 6:38; 8:23, 42
यूह. 3:14गि 21:8, 9
यूह. 3:14यूह 8:28; गल 3:13
यूह. 3:15यूह 3:36; 20:31
यूह. 3:16रोम 5:8; 8:32; 1यूह 4:9, 10, 19
यूह. 3:16यूह 6:40; 20:31; रोम 6:23; 2ती 3:15; 1यूह 5:13
यूह. 3:17लूक 19:10; यूह 12:47; 1कुर 15:22; 2कुर 5:18, 19; 1ती 1:15; 1यूह 2:1, 2; 4:14
यूह. 3:18यूह 5:24
यूह. 3:18मत 10:33; इब्र 10:29
यूह. 3:19यूह 1:9; 8:12; 9:5; 12:46
यूह. 3:21यूह 12:36, 46; 1यूह 1:7
यूह. 3:22यूह 4:2
यूह. 3:23मर 1:10; प्रेष 8:38
यूह. 3:23मत 3:1, 5, 6
यूह. 3:24मत 14:3; लूक 3:19, 20
यूह. 3:26यूह 1:33, 34
यूह. 3:28यूह 1:19, 20
यूह. 3:28मत 11:7, 10; लूक 1:13, 17
यूह. 3:292कुर 11:2; इफ 5:25; प्रक 21:9
यूह. 3:31यूह 8:23
यूह. 3:31मत 3:11
यूह. 3:32यूह 8:26; 15:15
यूह. 3:32यूह 1:11; 3:11
यूह. 3:331यूह 5:10
यूह. 3:34यूह 7:16
यूह. 3:35यूह 5:20; 15:9, 10
यूह. 3:35मत 11:27; लूक 10:22
यूह. 3:36यूह 3:16; 6:47; रोम 1:17; इब्र 5:9
यूह. 3:362थि 1:7, 8; 1यूह 5:12
यूह. 3:36इफ 5:5, 6; इब्र 10:26, 27
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
  • अध्ययन बाइबल (nwtsty) में पढ़िए
  • नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र (bi7) में पढ़िए
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • 6
  • 7
  • 8
  • 9
  • 10
  • 11
  • 12
  • 13
  • 14
  • 15
  • 16
  • 17
  • 18
  • 19
  • 20
  • 21
  • 22
  • 23
  • 24
  • 25
  • 26
  • 27
  • 28
  • 29
  • 30
  • 31
  • 32
  • 33
  • 34
  • 35
  • 36
पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
यूहन्‍ना 3:1-36

यूहन्‍ना के मुताबिक खुशखबरी

3 नीकुदेमुस+ नाम का एक फरीसी, जो यहूदियों का एक धर्म-अधिकारी था, 2 रात के वक्‍त यीशु के पास आया+ और उससे कहा, “रब्बी,+ हम जानते हैं कि तू परमेश्‍वर की तरफ से आया शिक्षक है। इसलिए कि तू जो चमत्कार करता है, वह कोई भी इंसान तब तक नहीं कर सकता,+ जब तक कि परमेश्‍वर उसके साथ न हो।”+ 3 यीशु ने उसे जवाब दिया, “मैं तुझसे सच-सच कहता हूँ कि जब तक कोई दोबारा पैदा न हो,*+ वह परमेश्‍वर का राज नहीं देख सकता।”+ 4 नीकुदेमुस ने कहा, “एक इंसान बड़ा होकर दोबारा कैसे पैदा हो सकता है? क्या वह अपनी माँ के गर्भ में वापस जा सकता है और दोबारा पैदा हो सकता है?” 5 यीशु ने उसे जवाब दिया, “मैं तुझसे सच-सच कहता हूँ, जब तक कोई पानी और पवित्र शक्‍ति से पैदा न हो,+ तब तक वह परमेश्‍वर के राज में दाखिल नहीं हो सकता। 6 जो शरीर से पैदा हुआ है, वह शारीरिक है और जो पवित्र शक्‍ति से पैदा हुआ है, वह स्वर्ग का है। 7 मेरी इस बात पर ताज्जुब मत कर कि तुम लोगों के लिए दोबारा पैदा होना ज़रूरी है। 8 हवा जहाँ चाहे वहाँ बहती है और तू हवा चलने की आवाज़ सुनता है, मगर तू नहीं जानता कि यह कहाँ से आती है और कहाँ जा रही है। जो कोई पवित्र शक्‍ति से पैदा होता है वह ऐसा ही है।”+

9 यह सुनकर नीकुदेमुस ने उससे कहा, “यह सब कैसे हो सकता है?” 10 यीशु ने जवाब दिया, “तू इसराएलियों का एक गुरु होकर भी ये बातें नहीं जानता? 11 मैं तुझसे सच-सच कहता हूँ, हम जो जानते हैं उसी के बारे में बताते हैं और हमने जो देखा है उसी की गवाही देते हैं, मगर तुम लोग हमारी गवाही कबूल नहीं करते। 12 मैं तुम्हें धरती की बातें बता रहा हूँ फिर भी तुम यकीन नहीं करते, तो अगर मैं तुम्हें स्वर्ग की बातें बताऊँ, तो कैसे यकीन करोगे? 13 इतना ही नहीं, कोई भी इंसान स्वर्ग पर नहीं चढ़ा,+ मगर सिर्फ एक ही है जो स्वर्ग से उतरा है+ और वह है इंसान का बेटा। 14 ठीक जैसे मूसा ने वीराने में उस साँप को ऊँचे पर चढ़ाया,+ उसी तरह ज़रूरी है कि इंसान के बेटे को भी ऊँचे पर चढ़ाया जाए+ 15 ताकि हर कोई जो उस पर यकीन करे वह हमेशा की ज़िंदगी पाए।+

16 क्योंकि परमेश्‍वर ने दुनिया से इतना प्यार किया कि उसने अपना इकलौता बेटा दे दिया+ ताकि जो कोई उस पर विश्‍वास करे, वह नाश न किया जाए बल्कि हमेशा की ज़िंदगी पाए।+ 17 परमेश्‍वर ने अपने बेटे को दुनिया में इसलिए नहीं भेजा कि वह दुनिया को सज़ा सुनाए, मगर इसलिए भेजा कि दुनिया उसके ज़रिए उद्धार पाए।+ 18 जो उस पर विश्‍वास करता है, उसे सज़ा नहीं दी जाएगी।+ जो उस पर विश्‍वास नहीं करता, उसे सज़ा सुनायी जा चुकी है क्योंकि उसने परमेश्‍वर के इकलौते बेटे के नाम पर विश्‍वास नहीं किया।+ 19 न्याय इस आधार पर किया जाता है: रौशनी दुनिया में आयी,+ मगर लोगों ने रौशनी के बजाय अंधकार से प्यार किया क्योंकि उनके काम दुष्ट थे। 20 जो बुरे कामों में लगा रहता है, वह रौशनी से नफरत करता है और रौशनी में नहीं आता ताकि उसके बुरे कामों का परदाफाश न हो जाए। 21 मगर जो सही काम करता है वह रौशनी में आता है+ ताकि साबित हो कि उसने ये काम परमेश्‍वर की मरज़ी के मुताबिक किए हैं।”

22 इसके बाद, यीशु और उसके चेले यहूदिया के देहातों में गए और उसने वहाँ उनके साथ कुछ वक्‍त बिताया और लोगों को बपतिस्मा दिया।+ 23 मगर यूहन्‍ना भी सालिम के पास एनोन नाम की एक जगह बपतिस्मा दे रहा था, क्योंकि वहाँ बहुत पानी था+ और लोग आते रहे और बपतिस्मा लेते रहे।+ 24 उस वक्‍त तक यूहन्‍ना को जेल में नहीं डाला गया था।+

25 तब शुद्ध किए जाने के रिवाज़ को लेकर किसी यहूदी के साथ यूहन्‍ना के चेलों की बहस छिड़ गयी। 26 फिर यूहन्‍ना के चेले उसके पास आए और उससे कहने लगे, “गुरु, वह आदमी जो यरदन के उस पार तेरे साथ था और जिसके बारे में तूने गवाही दी थी,+ वह बपतिस्मा दे रहा है और सब उसके पास जा रहे हैं।” 27 यूहन्‍ना ने कहा, “जब तक एक इंसान को स्वर्ग से न दिया जाए, तब तक वह एक भी चीज़ नहीं पा सकता। 28 तुम खुद इस बात के गवाह हो कि मैंने कहा था, मैं मसीह नहीं हूँ+ मगर मुझे उसके आगे भेजा गया है।+ 29 जिसके पास दुल्हन है वही दूल्हा है।+ मगर जब दूल्हे का दोस्त खड़ा होता है और दूल्हे को बात करते सुनता है, तो उसकी आवाज़ सुनकर उसे बहुत खुशी होती है। इसलिए मेरी यह खुशी पूरी की गयी है। 30 यह ज़रूरी है कि वह बढ़ता जाए और मैं घटता जाऊँ।”

31 जो ऊपर से आता है वह बाकी सबके ऊपर है।+ जो धरती से है, वह धरती का होता है और धरती की बातें बोलता है। जो स्वर्ग से आता है, वह बाकी सबके ऊपर है।+ 32 उसने जो देखा और सुना है, उसकी वह गवाही देता है,+ मगर कोई आदमी उसकी गवाही पर यकीन नहीं करता।+ 33 जिसने उसकी गवाही पर यकीन किया है उसने इस बात पर अपनी मुहर लगायी है* कि परमेश्‍वर सच्चा है।+ 34 परमेश्‍वर ने जिसे भेजा है, वह परमेश्‍वर की बातें बताता है+ इसलिए कि परमेश्‍वर थोड़ा-थोड़ा करके* पवित्र शक्‍ति नहीं देता। 35 पिता बेटे से प्यार करता है+ और उसने सबकुछ उसके हाथ में सौंप दिया है।+ 36 जो बेटे पर विश्‍वास करता है वह हमेशा की ज़िंदगी पाएगा।+ जो बेटे की आज्ञा नहीं मानता वह ज़िंदगी नहीं पाएगा,+ बल्कि परमेश्‍वर का क्रोध उस पर बना रहता है।+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें