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  • यूहन्‍ना 18
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद

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यूहन्‍ना का सारांश

      • यहूदा, यीशु के साथ गद्दारी करता है (1-9)

      • पतरस तलवार चलाता है (10, 11)

      • यीशु, हन्‍ना के पास ले जाया गया (12-14)

      • पतरस पहली बार इनकार करता है (15-18)

      • यीशु, हन्‍ना के सामने (19-24)

      • पतरस दूसरी और तीसरी बार इनकार करता है (25-27)

      • यीशु, पीलातुस के सामने (28-40)

        • “मेरा राज इस दुनिया का नहीं है” (36)

यूहन्‍ना 18:1

फुटनोट

  • *

    या “सर्दियों में बहनेवाली किदरोन नदी।”

संबंधित आयतें

  • +2शम 15:23
  • +मत 26:36; मर 14:32; लूक 22:39

यूहन्‍ना 18:3

संबंधित आयतें

  • +मत 26:47; मर 14:43

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 284

यूहन्‍ना 18:4

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    मेरा चेला बन जा, पेज 35-36

    यीशु—राह, पेज 284

यूहन्‍ना 18:5

संबंधित आयतें

  • +मत 2:23
  • +लूक 22:47

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  • खोजबीन गाइड

    मेरा चेला बन जा, पेज 35-36

यूहन्‍ना 18:6

संबंधित आयतें

  • +यूह 7:46

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  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 284

यूहन्‍ना 18:8

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  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 284

यूहन्‍ना 18:9

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  • +यूह 6:39; 17:12

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 284

यूहन्‍ना 18:10

संबंधित आयतें

  • +मत 26:51; मर 14:47; लूक 22:50

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 284

    प्रहरीदुर्ग,

    4/1/1998, पेज 14-15

    सबके लिए किताब, पेज 16-17

यूहन्‍ना 18:11

संबंधित आयतें

  • +मत 26:52; लूक 22:51; यूह 18:36
  • +मत 20:22; 26:42

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 284-285

    प्रहरीदुर्ग,

    9/1/2002, पेज 10

यूहन्‍ना 18:12

फुटनोट

  • *

    या “गिरफ्तार कर।”

यूहन्‍ना 18:13

संबंधित आयतें

  • +मत 26:57; लूक 3:2; यूह 18:24; प्रेष 4:5, 6

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  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    1/15/2006, पेज 10-11

यूहन्‍ना 18:14

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  • +यूह 11:49, 50

यूहन्‍ना 18:15

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  • +मत 26:58; मर 14:54; लूक 22:54

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  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 288

    सबके लिए किताब, पेज 16-17

यूहन्‍ना 18:16

फुटनोट

  • *

    या “प्रवेश-द्वार।”

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  • खोजबीन गाइड

    सबके लिए किताब, पेज 16-17

यूहन्‍ना 18:17

संबंधित आयतें

  • +मत 26:69, 70; मर 14:66-68; लूक 22:55-57; यूह 18:25

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  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 288

यूहन्‍ना 18:18

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    सभा पुस्तिका के लिए हवाले, 5/2018, पेज 8

यूहन्‍ना 18:20

संबंधित आयतें

  • +मत 26:55; लूक 4:15; 19:47; यूह 7:14

यूहन्‍ना 18:22

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  • +यश 50:6

यूहन्‍ना 18:23

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  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2011, पेज 5

यूहन्‍ना 18:24

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  • +मत 26:57

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  • खोजबीन गाइड

    ‘उत्तम देश’, पेज 30-31

यूहन्‍ना 18:25

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  • +मत 26:69, 70; मर 14:69, 70; लूक 22:58

यूहन्‍ना 18:26

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  • +यूह 18:10

यूहन्‍ना 18:27

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  • +मत 26:74; मर 14:72; लूक 22:60; यूह 13:38

यूहन्‍ना 18:28

संबंधित आयतें

  • +मत 27:2; मर 15:1; लूक 23:1
  • +प्रेष 10:28

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 290-291

    ‘उत्तम देश’, पेज 30-31

यूहन्‍ना 18:30

फुटनोट

  • *

    या “मुजरिम।”

यूहन्‍ना 18:31

संबंधित आयतें

  • +यूह 19:6
  • +यूह 19:10

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 291

यूहन्‍ना 18:32

संबंधित आयतें

  • +मत 20:18, 19; यूह 3:14; 12:32

यूहन्‍ना 18:33

संबंधित आयतें

  • +मत 27:11; यूह 12:13

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  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 291

यूहन्‍ना 18:34

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 291

यूहन्‍ना 18:35

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 291

यूहन्‍ना 18:36

संबंधित आयतें

  • +1ती 6:13
  • +यश 9:6; दान 2:44; 7:14
  • +मत 26:52, 53; यूह 18:11

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 31

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    6/2018, पेज 4-5

    यीशु—राह, पेज 292

    प्रहरीदुर्ग,

    11/1/2002, पेज 15-16

    एकमात्र सच्चा परमेश्‍वर, पेज 160-161

    सर्वदा जीवित रहिए, पेज 115-116

यूहन्‍ना 18:37

संबंधित आयतें

  • +मत 27:11
  • +यूह 1:14, 17; 14:6

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  • खोजबीन गाइड

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 18

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    3/2020, पेज 18-19

    मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका,

    10/2018, पेज 7

    यीशु—राह, पेज 292

    प्रहरीदुर्ग,

    1/1/2005, पेज 14-16

    10/1/2003, पेज 9-10

    8/1/2003, पेज 12

    7/15/2002, पेज 16

    3/1/2002, पेज 13

    8/1/1990, पेज 20

    सर्वदा जीवित रहिए, पेज 60, 115-116

यूहन्‍ना 18:38

संबंधित आयतें

  • +मत 27:24; लूक 23:4; यूह 15:25

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 292

    प्रहरीदुर्ग,

    5/15/2010, पेज 5

    8/1/2003, पेज 12

    3/1/2002, पेज 13

    7/1/1995, पेज 3

    12/1/1992, पेज 26-27

यूहन्‍ना 18:39

संबंधित आयतें

  • +मत 27:15; मर 15:6

यूहन्‍ना 18:40

संबंधित आयतें

  • +गि 35:31; लूक 23:18, 19; प्रेष 3:14

दूसरें अनुवाद

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दूसरी

यूह. 18:12शम 15:23
यूह. 18:1मत 26:36; मर 14:32; लूक 22:39
यूह. 18:3मत 26:47; मर 14:43
यूह. 18:5मत 2:23
यूह. 18:5लूक 22:47
यूह. 18:6यूह 7:46
यूह. 18:9यूह 6:39; 17:12
यूह. 18:10मत 26:51; मर 14:47; लूक 22:50
यूह. 18:11मत 26:52; लूक 22:51; यूह 18:36
यूह. 18:11मत 20:22; 26:42
यूह. 18:13मत 26:57; लूक 3:2; यूह 18:24; प्रेष 4:5, 6
यूह. 18:14यूह 11:49, 50
यूह. 18:15मत 26:58; मर 14:54; लूक 22:54
यूह. 18:17मत 26:69, 70; मर 14:66-68; लूक 22:55-57; यूह 18:25
यूह. 18:20मत 26:55; लूक 4:15; 19:47; यूह 7:14
यूह. 18:22यश 50:6
यूह. 18:24मत 26:57
यूह. 18:25मत 26:69, 70; मर 14:69, 70; लूक 22:58
यूह. 18:26यूह 18:10
यूह. 18:27मत 26:74; मर 14:72; लूक 22:60; यूह 13:38
यूह. 18:28मत 27:2; मर 15:1; लूक 23:1
यूह. 18:28प्रेष 10:28
यूह. 18:31यूह 19:6
यूह. 18:31यूह 19:10
यूह. 18:32मत 20:18, 19; यूह 3:14; 12:32
यूह. 18:33मत 27:11; यूह 12:13
यूह. 18:361ती 6:13
यूह. 18:36यश 9:6; दान 2:44; 7:14
यूह. 18:36मत 26:52, 53; यूह 18:11
यूह. 18:37मत 27:11
यूह. 18:37यूह 1:14, 17; 14:6
यूह. 18:38मत 27:24; लूक 23:4; यूह 15:25
यूह. 18:39मत 27:15; मर 15:6
यूह. 18:40गि 35:31; लूक 23:18, 19; प्रेष 3:14
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
  • अध्ययन बाइबल (nwtsty) में पढ़िए
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पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
यूहन्‍ना 18:1-40

यूहन्‍ना के मुताबिक खुशखबरी

18 ये बातें कहने के बाद, यीशु अपने चेलों के साथ किदरोन घाटी*+ पार करके उस जगह गया जहाँ एक बाग था। वह और उसके चेले बाग के अंदर गए।+ 2 उसके साथ गद्दारी करनेवाले यहूदा को भी इस जगह का पता था, क्योंकि यीशु अकसर अपने चेलों के साथ वहाँ जाया करता था। 3 इसलिए यहूदा अपने साथ सैनिकों के दल को और प्रधान याजकों और फरीसियों के पहरेदारों को लेकर वहाँ आया। वे अपने हाथ में मशालें, दीपक और हथियार लिए हुए थे।+ 4 यीशु जानता था कि उसके साथ क्या-क्या होनेवाला है, इसलिए उसने आगे आकर उनसे कहा, “तुम किसे ढूँढ़ रहे हो?” 5 उन्होंने कहा, “यीशु नासरी को।”+ यीशु ने उनसे कहा, “मैं वही हूँ।” उसके साथ गद्दारी करनेवाला यहूदा भी उनके साथ खड़ा था।+

6 मगर जब यीशु ने कहा, “मैं वही हूँ,” तो वे पीछे हट गए और ज़मीन पर गिर पड़े।+ 7 इसलिए यीशु ने उनसे दोबारा पूछा, “तुम किसे ढूँढ़ रहे हो?” उन्होंने कहा, “यीशु नासरी को।” 8 यीशु ने कहा, “मैं तुमसे कह चुका हूँ कि मैं वही हूँ। अगर तुम मुझे ढूँढ़ रहे हो, तो इन्हें जाने दो।” 9 यह इसलिए हुआ ताकि उसकी यह बात पूरी हो, “जिन्हें तूने मुझे दिया है, उनमें से मैंने एक को भी नहीं खोया।”+

10 शमौन पतरस के पास तलवार थी। उसने तलवार खींचकर महायाजक के दास पर वार किया जिससे उसका दायाँ कान कट गया।+ उस दास का नाम मलखुस था। 11 मगर यीशु ने पतरस से कहा, “तलवार म्यान में रख ले।+ पिता ने जो प्याला मुझे दिया है, क्या वह मुझे नहीं पीना चाहिए?”+

12 तब सैनिकों और सेनापति ने और यहूदियों के भेजे हुए पहरेदारों ने यीशु को पकड़* लिया और उसे बाँध दिया। 13 वे उसे पहले हन्‍ना के पास ले गए क्योंकि वह उस साल के महायाजक कैफा का ससुर था।+ 14 दरअसल कैफा ने ही यहूदियों को सलाह दी थी कि यह उनके फायदे में है कि एक आदमी सब लोगों की खातिर मरे।+

15 शमौन पतरस और एक और चेला यीशु का पीछा करते हुए गए।+ यह चेला महायाजक की जान-पहचान का था और वह यीशु के साथ महायाजक के घर के आँगन में गया। 16 मगर पतरस बाहर दरवाज़े* पर खड़ा था। इसलिए वह दूसरा चेला, जो महायाजक की जान-पहचान का था, बाहर गया और उसने दरबान से बात की, फिर वह पतरस को अंदर ले आया। 17 तब उस नौकरानी ने जो दरबान थी, पतरस से कहा, “तू भी इस आदमी का चेला है न?” उसने कहा, “नहीं, मैं नहीं हूँ।”+ 18 वहाँ दास और पहरेदार खड़े थे, जो ठंड की वजह से लकड़ी जलाकर आग ताप रहे थे। पतरस भी उनके साथ खड़ा आग ताप रहा था।

19 तब प्रधान याजक ने यीशु से उसके चेलों और उसकी शिक्षाओं के बारे में कुछ सवाल किए। 20 यीशु ने जवाब दिया, “मैंने पूरी दुनिया के सामने बात की है। मैं हमेशा सभा-घर और मंदिर में सिखाया करता था,+ जहाँ सभी यहूदी इकट्ठा होते हैं और मैंने कुछ भी छिपकर नहीं कहा। 21 तो फिर तू मुझसे क्यों पूछता है? जिन्होंने मेरी बातें सुनी हैं उनसे पूछ कि मैंने उनसे क्या-क्या कहा था। देख! ये जानते हैं कि मैंने क्या बताया था।” 22 जब उसने यह कहा, तो वहाँ खड़े पहरेदारों में से एक ने यीशु के मुँह पर थप्पड़ मारा+ और कहा, “क्या प्रधान याजक को जवाब देने का यह तरीका है?” 23 यीशु ने उसे जवाब दिया, “अगर मैंने कुछ गलत कहा, तो मुझे बता। लेकिन अगर मैंने सही कहा, तो तूने मुझे क्यों मारा?” 24 तब हन्‍ना ने उसे बँधा हुआ, महायाजक कैफा के पास भेज दिया।+

25 शमौन पतरस वहाँ खड़ा आग ताप रहा था। तब लोगों ने उससे कहा, “क्या तू भी उसका चेला नहीं?” उसने इनकार किया और कहा, “नहीं, मैं नहीं हूँ।”+ 26 वहाँ महायाजक का एक दास भी खड़ा था, जो उस आदमी का रिश्‍तेदार था जिसका कान पतरस ने काट दिया था।+ उस दास ने कहा, “क्या मैंने तुझे उसके साथ बाग में नहीं देखा था?” 27 मगर पतरस ने फिर इनकार किया और फौरन एक मुर्गे ने बाँग दी।+

28 तब वे यीशु को कैफा के यहाँ से राज्यपाल के घर ले गए।+ यह सुबह का वक्‍त था। मगर वे खुद राज्यपाल के घर के अंदर नहीं गए ताकि वे दूषित न हो जाएँ+ और फसह का खाना खा सकें। 29 इसलिए पीलातुस बाहर उनके पास आया और उसने कहा, “तुम इस आदमी को किस इलज़ाम में मेरे पास लाए हो?” 30 उन्होंने कहा, “अगर यह अपराधी* न होता, तो हम इसे तेरे हवाले नहीं करते।” 31 तब पीलातुस ने उनसे कहा, “तुम्हीं इसे ले जाओ और अपने कानून के मुताबिक इसका न्याय करो।”+ यहूदियों ने उससे कहा, “कानून के हिसाब से हमें किसी को जान से मारने का अधिकार नहीं है।”+ 32 यह इसलिए हुआ ताकि यीशु ने जो कहा था वह पूरा हो, उसने पहले ही बता दिया था कि वह कैसी मौत मरनेवाला है।+

33 तब पीलातुस फिर से अपने घर में गया और यीशु को बुलाकर उसने पूछा, “क्या तू यहूदियों का राजा है?”+ 34 यीशु ने जवाब दिया, “क्या तू यह अपनी तरफ से कह रहा है या दूसरों ने तुझे मेरे बारे में बताया है?” 35 पीलातुस ने जवाब दिया, “क्या मैं यहूदी हूँ? तेरे अपने लोगों ने और प्रधान याजकों ने तुझे मेरे हवाले किया है। बता तूने क्या किया है?” 36 यीशु ने जवाब दिया,+ “मेरा राज इस दुनिया का नहीं है।+ अगर मेरा राज इस दुनिया का होता तो मेरे सेवक लड़ते कि मुझे यहूदियों के हवाले न किया जाए।+ मगर सच तो यह है कि मेरा राज इस दुनिया का नहीं।” 37 पीलातुस ने उससे कहा, “तो क्या तू एक राजा है?” यीशु ने जवाब दिया, “तू खुद कह रहा है कि मैं एक राजा हूँ।+ मैं इसीलिए पैदा हुआ हूँ और इस दुनिया में आया हूँ कि सच्चाई की गवाही दूँ।+ हर कोई जो सच्चाई के पक्ष में है वह मेरी आवाज़ सुनता है।” 38 पीलातुस ने उससे कहा, “सच्चाई क्या है?”

यह कहने के बाद पीलातुस फिर से बाहर यहूदियों के पास गया और उनसे कहा, “मुझे उसमें कोई दोष नज़र नहीं आता।+ 39 तुम्हारे दस्तूर के मुताबिक मुझे फसह के त्योहार पर एक आदमी को कैद से रिहा करना चाहिए।+ क्या तुम चाहते हो कि मैं तुम्हारे लिए यहूदियों के इस राजा को रिहा करूँ?” 40 तब वे फिर से चिल्लाए, “नहीं, इस आदमी को नहीं, बल्कि बरअब्बा को रिहा कर!” दरअसल बरअब्बा एक डाकू था।+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
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