25यिर्मयाह को यहूदा के सब लोगों के बारे में एक संदेश मिला। उसे यह संदेश योशियाह के बेटे और यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज के चौथे साल मिला।+ तब बैबिलोन में राजा नबूकदनेस्सर* के राज का पहला साल था।
2 यह संदेश मिस्र के लिए है।+ योशियाह के बेटे और यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज के चौथे साल,+ मिस्र के राजा फिरौन निको+ की सेना फरात नदी के किनारे थी और बैबिलोन के राजा नबूकदनेस्सर* ने उसे कर्कमीश में हरा दिया था। यह संदेश उसी सेना के बारे में है:
3राजा नबूकदनेस्सर ने सोने की एक मूरत बनवायी जिसकी ऊँचाई 60 हाथ* और चौड़ाई 6 हाथ* थी। उसने यह मूरत बैबिलोन के प्रांत* में दूरा नाम के मैदान में खड़ी करायी।
33 उसी पल यह बात नबूकदनेस्सर पर पूरी हो गयी। उसे इंसानों के बीच से खदेड़ दिया गया और वह बैलों की तरह घास-पत्ते खाने लगा। उसका शरीर आकाश की ओस से भीगता रहा। उसके बाल उकाबों के पंखों जैसे लंबे हो गए और नाखून पक्षियों के चंगुलों जैसे हो गए।+