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  • निर्गमन 33:11
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 11 यहोवा मूसा से आमने-सामने बात करता था,+ जैसे एक आदमी दूसरे आदमी से बात करता है। जब मूसा परमेश्‍वर से बात करने के बाद तंबू से निकलकर इसराएलियों की छावनी में जाता तो यहोशू+ तंबू के द्वार पर खड़ा होता और वहाँ से नहीं हटता। यहोशू, नून का बेटा और मूसा का सेवक और मददगार था।+

  • गिनती 11:28
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 28 तब नून के बेटे यहोशू+ ने, जो जवानी की उम्र से मूसा का सेवक था, मूसा से कहा, “मालिक, उन्हें रोक!”+

  • गिनती 32:11, 12
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 11 ‘मिस्र से निकल आए लोगों में से जितनों की उम्र 20 साल या उससे ज़्यादा है, उनमें से कोई भी वह देश नहीं देख पाएगा+ क्योंकि ये लोग पूरे दिल से मेरे पीछे नहीं चले। ये उस देश में नहीं जा पाएँगे जिसे देने के बारे में मैंने अब्राहम, इसहाक और याकूब से शपथ खायी थी।+ 12 सिर्फ कनिज्जी यपुन्‍ने का बेटा कालेब+ और नून का बेटा यहोशू+ उस देश को देख पाएँगे क्योंकि वे पूरे दिल से यहोवा के पीछे चले हैं।’+

  • व्यवस्थाविवरण 34:9
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 9 यहोशू जो नून का बेटा था, बुद्धि* से भरपूर था क्योंकि मूसा ने उस पर अपना हाथ रखा था।+ इसके बाद से इसराएली यहोशू की बात मानने लगे और उन्होंने ठीक वैसे ही किया जैसे यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी।+

  • यहोशू 1:1
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 1 यहोवा के सेवक मूसा की मौत के बाद यहोवा ने मूसा के सेवक, नून के बेटे यहोशू*+ से कहा,

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