15 सातवें स्वर्गदूत ने अपनी तुरही फूँकी।+ और स्वर्ग में ज़ोरदार आवाज़ें सुनायी दीं जो कह रही थीं, “दुनिया का राज अब हमारे मालिक+ और उसके मसीह का हो गया है+ और वह हमेशा-हमेशा तक राजा बनकर राज करेगा।”+
17 “सर्वशक्तिमान परमेश्वर यहोवा,* तू जो था और जो है,+ हम तेरा शुक्रिया अदा करते हैं क्योंकि तूने अपनी महाशक्ति से राजा के तौर पर राज करना शुरू कर दिया है।+