वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • मत्ती 20:26, 27
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 26 मगर तुम्हारे बीच ऐसा नहीं होना चाहिए,+ बल्कि तुममें जो बड़ा बनना चाहता है, उसे तुम्हारा सेवक होना चाहिए+ 27 और जो कोई तुममें पहला होना चाहता है, उसे तुम्हारा दास होना चाहिए।+

  • लूका 9:48
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 48 और उनसे कहा, “जो कोई मेरे नाम से इस छोटे बच्चे को स्वीकार करता है वह मुझे भी स्वीकार करता है। और जो मुझे स्वीकार करता है वह उसे भी स्वीकार करता है जिसने मुझे भेजा है।+ इसलिए कि तुममें से जो अपने आपको बाकियों से छोटा समझकर चलता है, वही तुम सब में बड़ा है।”+

  • लूका 22:26
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 26 मगर तुम्हें ऐसा नहीं होना है।+ इसके बजाय, जो तुममें सबसे बड़ा है वह सबसे छोटा बने+ और जो अगुवाई करता है, वह सेवक जैसा बने।+

  • रोमियों 12:10
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 10 एक-दूसरे से भाइयों जैसा प्यार करो और गहरा लगाव रखो। खुद आगे बढ़कर* दूसरों का आदर करो।+

  • 1 पतरस 5:5
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 5 इसी तरह जवानो, मैं तुमसे गुज़ारिश करता हूँ कि बुज़ुर्गों* के अधीन रहो।+ और तुम सब एक-दूसरे के साथ नम्रता से पेश आओ* क्योंकि परमेश्‍वर घमंडियों का विरोध करता है, मगर नम्र लोगों पर महा-कृपा करता है।+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें