1
2
3
4
5
अलग-अलग पाप और प्रायश्चित के लिए चढ़ावे (1-6)
गरीबों के लिए चढ़ावे का अलग इंतज़ाम (7-13)
अनजाने में किए गए पापों के लिए दोष-बलि (14-19)
6
7
चढ़ावों के बारे में हिदायतें (1-21)
चरबी या खून खाने की मनाही (22-27)
याजकों का हिस्सा (28-36)
चढ़ावों के बारे में आखिरी शब्द (37, 38)
8
9
10
11
12
13
14
15
16
17
पवित्र डेरा, बलिदान की जगह (1-9)
खून खाने की मनाही (10-14)
जो जानवर मरा हुआ पाया जाता है, उसके बारे में नियम (15, 16)
18
नाजायज़ यौन-संबंध (1-30)
कनानियों जैसे काम मत करना (3)
परिवारवालों के साथ यौन-संबंध (6-18)
माहवारी के दौरान (19)
समलैंगिक काम (22)
जानवरों के साथ यौन-संबंध (23)
‘शुद्ध बने रहो, वरना तुम्हें देश से खदेड़ दिया जाएगा’ (24-30)
19
पवित्रता के नियम (1-37)
कटाई का सही तरीका (9, 10)
बधिरों और अंधों का लिहाज़ (14)
झूठी बातें फैलाकर बदनाम न करना (16)
दुश्मनी मत पालना (18)
जादू-टोने की मनाही (26, 31)
शरीर गुदवाने की मनाही (28)
बुज़ुर्गों का आदर करना (32)
परदेसियों के साथ कैसा सलूक (33, 34)
20
मोलेक की पूजा; जादू-टोना (1-6)
पवित्र बनो; माता-पिता का आदर करो (7-9)
यौन अपराध की सज़ा मौत (10-21)
देश में रहने के लिए पवित्र बनो (22-26)
जादू-टोना करनेवाले मार डाले जाएँ (27)
21
याजक पवित्र बने रहें, दूषित न हों (1-9)
महायाजक खुद को दूषित न करे (10-15)
याजक के शरीर में कोई दोष न हो (16-24)
22
23
24
25
26
मूर्तिपूजा से दूर रहो (1, 2)
आज्ञा मानने से मिलनेवाली आशीषें (3-13)
आज्ञा न मानने से मिलनेवाली सज़ा (14-46)
27
मन्नत मानी हुई चीज़ें छुड़ाना (1-27)
बिना शर्त के यहोवा को समर्पित चीज़ें (28, 29)
दसवाँ हिस्सा छुड़ाना (30-34)