मछुवाई के जाल की मरम्मत
ये जाल बहुत महँगे होते थे और इनके रखरखाव में बड़ी मेहनत लगती थी। एक मछुवारे का ज़्यादातर समय जाल ठीक करने, उसे धोने और सुखाने में ही चला जाता था। ये काम वह हर बार मछली पकड़ने के बाद करता था। (लूक 5:2) मत्ती ने मछुवाई के जालों के बारे में बताने के लिए तीन यूनानी शब्द इस्तेमाल किए। एक है दिकटीयोन जिसका इस्तेमाल किसी भी तरह के जाल के लिए किया जा सकता है। (मत 4:21) शब्द सायीनी का मतलब है, बड़ा जाल जिसे नाव पर से डाला जाता था। (मत 13:47, 48) छोटे जाल के लिए शब्द है, ऐमफिव्लीस्ट्रॉन जिसका मतलब है “कुछ फेंका हुआ।” ज़ाहिर है कि मछुवारा इस तरह का जाल झील के किनारे पानी में या पानी के बाहर खड़े होकर उस जगह फेंकता था जहाँ पानी कम होता था।—मत 4:18.
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