पुदीना, सोया और जीरा
पुदीने का इस्तेमाल प्राचीन समय से औषधि के रूप में और खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए होता आया है। इसका यूनानी शब्द ईथीओस्मोन (शाब्दिक, मीठी-खुशबू) शायद इसराएल और सीरिया में पाए जानेवाले तरह-तरह के पुदीने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। इसमें कॉमन हॉर्समिंट (मेंथा लोंगिफोलिया ) भी शामिल है। सोए (एनीथम ग्रवियोलैंस ) की खेती इसलिए की जाती है, क्योंकि इसके बीज खुशबूदार होते हैं। ये बीज खाने में मसाले के तौर पर डाले जाते हैं और पेट की बीमारियाँ ठीक करने के लिए दवा के तौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं। जीरे का पौधा (क्युमिनम साइमिनम ) गाजर या अजमोद परिवार का होता है। इसके बीजों की महक बहुत तेज़ होती है। ये मध्य पूर्वी और दूसरे देशों में ब्रैड, केक, शोरबा यहाँ तक कि शराब का स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
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