मंदिर की छत की मुँडेर
हो सकता है कि शैतान ने सच में यीशु को “मंदिर की छत की मुँडेर [या “सबसे ऊँची जगह”] पर” खड़ा किया हो और वहाँ से नीचे छलाँग लगाने को कहा हो। लेकिन यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि यीशु मंदिर की ठीक किस जगह पर खड़ा था। यहाँ “मंदिर” के लिए जो शब्द इस्तेमाल हुआ है उसका मतलब पूरा मंदिर परिसर हो सकता है, इसलिए यीशु शायद मंदिर के दक्षिण-पूर्वी कोने (1) पर खड़ा हो। या फिर हो सकता है कि वह मंदिर परिसर के किसी भी कोने पर खड़ा हो। इनमें से किसी भी कोने पर से अगर यीशु गिरता और यहोवा उसे न बचाता तो उसकी मौत पक्की थी।
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