एक घटना जिसे आपको चूकना नहीं चाहिए
“मेरे स्मरण के लिए यही किया करो।” हमारे प्रभु यीशु मसीह के वे शब्द, जो लूका २२:१९ में पाए जाते हैं, उस समय बोले गए थे जब उन्होंने अपने मृत्यु का स्मारक स्थापित किया था। यीशु की मृत्यु ही सारी मानवजाति के सामने परादीस परिस्थिति में अनंतकालिक जीवन का संभावना प्रकट करती है। इसलिए उसकी मृत्यु एक ऐसा अवसर है जिसे हमने स्मरण करना चाहिए
क्या आप उसका स्मारक इस साल मनाएंगे?
कृपया इस निमंत्रण को यहोवा के गवाहों से स्वीकार कीजिए और उनके साथ मिलकर इस अतिआवश्यक घटना का स्मरणोत्सव मनाए। यह विधि सूर्यास्त के पश्चात उस तारीख को जो बाइबल के चान्द्र कॅलेन्डर में निसान १४ से अनुरूप है, मनाया जाएगा। अपने कॅलेन्डर पर यह तारीख चिन्हित कीजिए ताकि आप भूल न जाए। यह ३० मार्च, १९९१ है। आपके क्षेत्र के यहोवा के गवाह आपको स्थान और स्मारक का उचित समय बता सकते हैं।