‘जिसने मेरे बेटे का जीवन बचाया’
कैलिफोर्निया, अमरीका से एक माँ बताती है कि जो उसने प्रहरीदुर्ग और उसकी साथी पत्रिका, अवेक! में पढ़ा था उसने उसके बेटे का जीवन बचाया। उसने लिखा:
“बन्दूक के बल पर एक व्यक्ति ने मेरा और मेरे छोटे बेटे (उम्र चार साल) का अपहरण किया और मुझे ज़बरदस्ती अपनी गाड़ी में अपने बैंक तक जाना पड़ा। उस हमलावर ने मेरी चीज़ें चुराईं, लेकिन मैं अपने बेटे को ले कर बच निकलने में समर्थ हो सकी। मुझे लगता है कि जिसने वास्तव में मेरे बेटे का और मेरा भी, जीवन बचाया, वह व्यावहारिक बाइबल सलाह थी जो इन सबसे मूल्यवान पत्रिकाओं में छपी थी।”
उस माँ ने आगे यह व्याख्या दी: “पहले एक अवेक! पत्रिका में मैं ने पढ़ा था कि इस तरह की ख़तरनाक स्थिति का सामना करते वक़्त हम कैसे शान्त रह सकते हैं। तुरन्त मैं ने यहोवा परमेश्वर से प्रार्थना की ताकि शान्त रहने में वह मेरी मदद करे। बाइबल वचनों को उद्धृत करने के द्वारा मैं उस हमलावर को भी शान्त रख सकी।”
प्रहरीदुर्ग और अवेक! का उद्देश्य यह दिखाना है कि बाइबल में हमारे अशान्त समय के बारे में पूर्वबताया गया था। ये आज की तनावपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने के लिए लोगों को मदद भी प्रदान करती हैं। लेकिन ये पत्रिकाएँ इससे भी ज़्यादा करती हैं। वे एकमात्र स्थायी हल को विशिष्ट करती हैं—परमेश्वर की राज्य सरकार जिसके लिए यीशु मसीह ने अपने अनुयायियों को प्रार्थना करना सिखाया। (मत्ती ६:९, १०) आप ज़रूर प्रहरीदुर्ग और अवेक! को नियमित तौर पर पढ़ने से फ़ायदा प्राप्त कर सकते हैं। (g94 12/22)
यदि आप प्रहरीदुर्ग और अवेक! की प्रतियों को अपने घर डाक द्वारा प्राप्त करना चाहते हैं तो कृपया Praharidurg Prakashan Society, Plot A/35, Nr Industrial Estate, Nangargaon, Lonavla 410 401, Mah., को या पृष्ठ ५ पर दिए गए उपयुक्त पते पर लिखिए।