पादरी गवाहों के सद्गुणों को स्वीकारता है
ऑस्ट्रेलिया में सजग होइए! संवाददाता द्वारा
वर्ष १९९१ में न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया में यहोवा के गवाहों का कोन्डोबलन राज्यगृह आग से नष्ट हो गया। कुछ सप्ताह बाद, एक स्थानीय ऐंग्लीकन पादरी ने अपने पैरिश ख़त में “उपासना के स्थान की हानि के लिए” सहानुभूति व्यक्त की। उसका ख़त आगे यों कहता है:
“जबकि हमारे और उनके अभ्यासों में स्पष्ट भिन्नताएँ हैं, मैं अनेक वर्षों से उनके विश्वास के अभ्यास के उन पहलुओं की अत्यधिक प्रशंसा करता हूँ, जो मैं मानता हूँ कि अपने आप में अच्छे हैं।” इनमें से कुछ सकारात्मक पहलू क्या थे?
पहला: “वे विश्वास के शिक्षण के बारे में अत्यधिक चिन्तित हैं। इसी उद्देश्य के लिए वे हर सप्ताह दो या तीन बार एकसाथ मिलते हैं।” यह सच है—यहोवा के गवाहों का एक पढ़नेवाला, सिखानेवाला, और प्रचार करनेवाला धर्म है। साप्ताह में उनकी तीन सभाएँ होती हैं।
पादरी का दूसरा मुद्दा था: “वे . . . लोगों के घरों में नियमित रूप से सुसमाचार-सम्बन्धी भेंट करते हैं। . . . वे चाहते हैं कि हम यह जानें कि ऑस्ट्रेलिया में तीसरा सबसे बड़ा पंथ उन लोगों का है जिनका दावा है कि उनका कोई धर्म नहीं है (३८,४१,००० लोग)। यहोवा के गवाह अपने विश्वास को अपने तक ही सीमित रखने में संतुष्ट नहीं हैं बल्कि वे उसे दूसरे लोगों के साथ बाँटना चाहते हैं।” यहोवा के गवाह जानते हैं कि उन्हें सुसमाचार प्रचार करने के द्वारा मत्ती २४:१४ और मरकुस १३:१० के प्रति प्रतिक्रिया दिखानी है।
तीसरा मुद्दा: “ऐसा प्रतीत नहीं होता कि वे सड़क पर सामान बेचने और अन्य पैसे इकट्ठे करने के प्रयासों से समुदाय से निधि इकट्ठे करते हैं। उनकी पूँजी [उनके] ख़ुद के समुदाय से आती है।” बाइबल कहती है, “तुमने मुफ़्त पाया है, मुफ़्त में दो” और, “लेने से देना धन्य है।” अतः, वे कोई चन्दा नहीं लेते। उनके सभागृहों में अंशदान पेटियाँ समझदारी से उपलब्ध होती हैं।—मत्ती १०:८, NHT; प्रेरितों २०:३५.
उसने कौन-से अन्तिम प्रशंसनीय पहलू का उल्लेख किया? “वे अपने उपासना के स्थानों का कम-से-कम समय और पूँजी लगाकर निर्माण करते हैं। . . . आप शायद गम बेन्ड लेक रोड तक जाकर . . . वहाँ स्थानीय यहोवा के गवाहों को . . . एक नए राज्यगृह के निर्माण में कार्य करते हुए देखना चाहें। उनका अनुमान है कि इस कार्य में उन्हें तीन दिन लगेंगे।” फिर उसने अपने पैरिशवासियों को क्या सलाह दी?
“मेरा सुझाव है कि आप उन चार मुद्दों को पढ़ें जो मैंने ऊपर बताएँ हैं और यह पूछें कि वे मुद्दे आपको अपने विश्वास के खुले अभ्यास के बारे में सोचने में कैसे सहायता कर सकते हैं। . . . मैं तो यह कहूँगा कि उल्लिखित चार मुद्दों के सम्बन्ध में, यहोवा के गवाह की तुलना में आम ऐंग्लीकन व्यक्ति और अन्य मसीही पैरिश आध्यात्मिक रूप से मृत दिखते हैं।”
यदि आप एक राज्यगृह में भेंट करने और ख़ुद अपने लिए देखना चाहते हैं कि यहोवा के गवाह कैसे उपासना करते हैं और वे क्या विश्वास करते हैं, तो आप अपने सबसे नज़दीक के राज्यगृह में जाने से मत हिचकिचाइए, या आपके सबसे नज़दीक के सभागृह के पते के लिए हमें लिखिए।
[पेज 31 पर तसवीर]
कोन्डोबलन, न्यू साउथ वेल्स् में राज्यगृह