कौन-सी बात लोगों को ख़ुश करती है?
दो दशकों से शोधकर्ताओं का एक समूह दुनिया-भर में ख़ुशी का बकायदा अध्ययन कर रहा है। उनकी खोज? “ऐसा प्रतीत होता है कि ख़ुशियाँ बाहरी हालात पर ज़्यादा निर्भर नहीं हैं,” पत्रिका साइंटिफ़िक अमेरिकन रिपोर्ट करती है।
इस वैज्ञानिक पत्रिका ने यह भी कहा: “दौलत होने का अर्थ ख़ुशियाँ नहीं है। समय के गुज़रते जैसे-जैसे लोगों की संस्कृतियाँ ज़्यादा समृद्ध होती गयीं, लोग ज़्यादा ख़ुश नहीं हो पाए हैं। . . . अधिकांश राष्ट्रों में आय और ख़ुशी के बीच का परस्पर संबंध बहुत ही कम है।”
अध्ययन चार ऐसे लक्षणों को सूचित करते हैं जो सुखी लोगों की ख़ासियत हैं: वे अपने आपको पसंद करते हैं और उनमें उचित आत्म-सम्मान होता है, वे महसूस करते हैं कि उन्हें अपने व्यक्तिगत जीवन पर क़ाबू है, वे आशावादी होते हैं और वे दोस्ताना हैं। इसके अतिरिक्त, सफल विवाह तथा घनिष्ठ व्यक्तिगत संबंध, सुखी जीवन के तत्त्व हैं और ये स्वास्थ्य तथा जीवनकाल को बढ़ाते हैं।
यह दिलचस्पी की बात है कि साइंटिफ़िक अमेरिकन ने रिपोर्ट किया: “धार्मिक रूप से सक्रिय लोग भी कहते हैं कि वे ज़्यादा सुखी हैं। जन विचार सर्वेक्षण ने पाया कि आध्यात्मिक बातों में कम शामिल होनेवालों की तुलना में यह संभावना दुगुनी थी कि अधिक धार्मिक लोग अपने आपको सुखी बताएँ। दूसरे सर्वेक्षणों में, जिनमें १४ राष्ट्रों के १,६६,००० लोगों पर किया गया १६-राष्ट्रों का संयुक्त अध्ययन शामिल है, पाया गया कि कथित ख़ुशी व जीवन संतुष्टि बढ़ जाती है जब लोगों का दृढ़ धार्मिक संबंध हो तथा वे उपासना सभाओं में बारंबार जाते हों।”
काफ़ी पहले भजनहार दाऊद ने प्रकट किया कि व्यक्तिगत ख़ुशी, यहोवा परमेश्वर की संयुक्त उपासना के साथ नज़दीकी से जुड़ी हुई है, उसने लिखा: “जब लोगों ने मुझ से कहा, कि हम यहोवा के भवन को चलें, तब मैं आनन्दित हुआ।”—भजन १२२:१.
कोई हैरानी की बात नहीं कि प्रेरित पौलुस ने संगी मसीहियों से आग्रह किया: “प्रेम, और भले कामों में उस्काने के लिये एक दूसरे की चिन्ता किया करें। और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना न छोड़ें”! (तिरछे टाइप हमारे।) (इब्रानियों १०:२४, २५) वाक़ई, परमेश्वर की उपासना करने के लिए समान बहुमूल्य विश्वासवाले लोगों के साथ इकट्ठा होना, बाइबल सच्चाई के प्रेमियों के लिए ख़ुशी की एक बात है। यहोवा के लाखों साक्षियों ने इसे सच पाया है और अपने निकटतम राज्यगृह में उपासना में उनके साथ हो लेने के द्वारा स्वयं इसका अनुभव करने के लिए आपको निमंत्रण देते हैं।