अपने जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के पाँच तरीके
केंद्रीय अफ्रीका गणराज्य में सजग होइए! संवाददाता द्वारा
मु द्रास्फीति, बीमारी, कुपोषण, गरीबी—ये समस्याएँ विकासशील देशों में व्याप्त हैं। और कोई तात्कालिक समाधान नज़र नहीं आता, कम-से-कम मनुष्यों के नज़रिये से तो नहीं। यदि आप विकासशील देश में रहती हैं, तो क्या आप अपने जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए कुछ कर सकती हैं? जी हाँ, कर सकती हैं! यहाँ पाँच सुझाव दिये गये हैं जो आपके लिए सहायक और व्यावहारिक हो सकते हैं।
पहला: बगीचा लगाइए
“जो अपनी भूमि को जोता-बोया करता है, उसका तो पेट भरता है,” नीतिवचन २८:१९ में बाइबल कहती है। सचमुच, आप शायद देखकर दंग रह जाएँ कि ज़मीन के छोटे-से टुकड़े पर कितना कुछ उगाया जा सकता है। अपनी पुस्तक ल ज़्हारदाँ पॉटाज़्हे सू ले ट्रॉपीक (उष्णकटिबंधी क्षेत्र में सब्ज़ियों का बगीचा) में लेखक हॆंक वायनबर्ख दावा करता है कि ५० से १०० वर्ग मीटर ज़मीन के टुकड़े पर इतनी सब्ज़ियाँ उगायी जा सकती हैं जो छः व्यक्तियोंवाले परिवार का पेट भरने के लिए काफी हों!
उन चीज़ों पर पैसा क्यों खर्च करें जो आप खुद उगा सकती हैं? मिट्टी और जलवायु के हिसाब से आप अपने घर के पास ही भिंडी, शिमला मिर्च, पालक, पार्सली, नींबूघास, हरी प्याज़, कसावा, कद्दू, शकरकंदी, गन्ना, टमाटर, खीरा, और मक्का उगा सकती हैं। ज़्यादा कुछ नहीं तो ऐसा बगीचा आपके परिवार के आहार में थोड़ा-बहुत योग तो दे ही सकता है। और कुछ ज़्यादा उपज हो जाए तो आप उसे बेच भी सकती हैं।
यदि आपके पास काफी ज़मीन है तो आप कई तरह के फलदायी पेड़ लगाने की भी सोच सकती हैं। कुछ स्थितियों में, एक ही पेड़ में इतना फल लग सकता है कि आप और आपके परिवार से खाये न खत्म हो। वानस्पतिक खाद (कमपॉस्टिंग)—मृत जैविक पदार्थ को बदलकर खाद के रूप में फिर से इस्तेमाल करने की प्रक्रिया—के बारे में सीखना आपको अपनी उपज बढ़ाने में मदद देगा। पेड़ सिर्फ फल देने और आपके परिवार की आमदनी बढ़ाने के काम नहीं आते। सही जगह पर लगाये गये पेड़ों से छाँव और साफ हवा भी मिल सकती है। ये आपके आस-पड़ोस को ज़्यादा सुंदर और सुखद बना सकते हैं।
लेकिन, तब क्या यदि आपको बागवानी नहीं आती? क्या आपके दोस्तों, पड़ोसियों या जान-पहचानवालों को इसका अनुभव है? तो क्यों न उनसे मदद या सलाह लें? बागवानी के विषय पर आप कुछ पुस्तकें खरीद सकती हैं या उधार ले सकती हैं।—सजग होइए! के मई २२, १९७४, अंग्रेज़ी अंक में लेख “क्यों न सब्ज़ियों का बगीचा लगाएँ?” देखिए।
दूसरा: थोक में खरीदिए
क्या आप आटा, चावल और तेल जैसी ज़रूरी चीज़ें छोटी मात्रा में खरीदती हैं? यदि हाँ, तो आप शायद काफी पैसा बरबाद कर रही हों? इसके बजाय, यदि संभव हो तो ऐसी भोजन वस्तुओं को थोक में खरीदिए। दो, तीन या ज़्यादा परिवारों के साथ मिलकर साझा खरीदारी कीजिए। थोक में खरीदने से तब भी पैसे की बचत हो सकती है जब अमुक फलों या सब्ज़ियों का मौसम होता है। कुछ चीज़ों को थोक के भाव भी खरीद सकती हैं।
तीसरा: खाद्य परिरक्षण की कला सीखिए
थोक में खरीदना यह प्रश्न खड़ा करता है कि सड़नशील वस्तुओं को कैसे सुरक्षित रखें। भोजन-वस्तुओं को सुखाना एक प्रचलित और व्यावहारिक तरीका है। अफ्रीका में बहुत-सी स्त्रियाँ फल, भिंडी, फलियाँ, पेठा, कद्दू के बीज, और जड़ी-बूटियाँ सुखाने के द्वारा जीविका कमाती हैं। सुखाने के लिए किसी खास उपकरण की ज़रूरत नहीं होती। वस्तु को साफ जगह पर रखा या लटकाया जा सकता है और उसके ऊपर एक पतला कपड़ा डाला जा सकता है ताकि मक्खियाँ न आएँ। बाकी का काम हवा और धूप कर देंगे।—सजग होइए! के अगस्त ८, १९७५, अंग्रेज़ी अंक में लेख “क्या आप कम में काम चला सकते हैं?” देखिए।
चौथा: छोटे पैमाने पर पशु-पालन करके देखिए
क्या आपके लिए मुर्गियाँ, बकरियाँ, कबूतर या दूसरे पशु पालना संभव है? अनेक स्थानों पर मांस बहुत महँगा हो गया है। लेकिन दूसरों से थोड़ी मदद लेकर आप कुछ पशु पालना सीख सकती हैं। क्या आपको मछली खाने का शौक है? तो आप कोशिश कर सकती हैं कि मछलियों का छोटा-सा तालाब बनाना सीख लें। मांस, अंडों और मछली में लौह, कैल्शियम, विटामिन, खनिज और प्रोटीन होते हैं—जो आपके परिवार के स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी हैं।
पाँचवाँ: अच्छी साफ-सफाई रखिए
साफ-सफाई भी आपके परिवार के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है। गंदगी होने से चूहे, मक्खियाँ और तिलचिट्टे आकर्षित होते हैं—जो तरह-तरह की बीमारियों की जड़ हैं। अच्छी साफ-सफाई रखने में समय और प्रयास लगेगा। लेकिन स्वच्छता रखने की कीमत दवाइयों की कीमत और डॉक्टर की फीस से कम ही होती है। स्वच्छता के स्तर कुछ हद तक व्यक्ति-व्यक्ति पर और देश-देश पर निर्भर हो सकते हैं। लेकिन, कुछ सामान्य सिद्धांत हैं जो हर जगह लागू होते हैं।
शौच सुविधाओं का उदाहरण लीजिए। ग्रामीण क्षेत्रों में इन्हें अकसर गंदा और टूटा-फूटा पड़ा रहने दिया जाता है अतः वे रोग और बीमारियों का मुख्य कारण बन जाती हैं। स्थानीय स्वास्थ्य कर्मी इसमें शायद आपकी मदद कर सकें कि बहुत कम कीमत पर साफ-सुथरा शौचालय कैसे बनाया जाए।
स्वयं आपके घर के बारे में क्या? क्या वह साफ-सुथरा और सुव्यवस्थित है? क्या आपके घर में अच्छी महक आती है? आपकी रसोई के बारे में क्या? क्या वह साफ और सुव्यवस्थित है? स्वास्थ्यकर होने के लिए भोजन को साफ और अच्छी तरह पका होना चाहिए। संदूषित पानी में कीटाणु और परजीवी बहुतायत में होते हैं। सो इस्तेमाल करने से पहले पानी को छानिए या उबालिए। भोजन खाने के बरतनों को उबलते पानी से खँगाल लीजिए और भोजन छूने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह धोइए। पानी को साफ बरतनों में ढककर रखिए।
कुत्तों, बिल्लियों, मुर्गियों और बकरियों को रसोई में नहीं घूमने देना चाहिए—यदि आप साफ-सफाई रखना चाहती हैं। न ही चूहों और छछूँदरों को बरतन-भाँडों पर भागने देना चाहिए, इससे भोजन संक्रमित हो जाता है। एक साधारण-सी चूहेदानी समस्या को दूर कर सकती है।—सजग होइए! के सितंबर २२, १९८८, अंग्रेज़ी अंक में लेख “स्वच्छता की चुनौती का सामना करना” देखिए।
अंततः, केवल परमेश्वर का राज्य मनुष्यजाति की सभी समस्याओं को पूरी तरह हल करेगा। (मत्ती ६:९, १०) लेकिन, इस बीच ये सरल सुझाव आपको अपने जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने में मदद दे सकते हैं।
[पेज 18 पर तसवीर]
बगीचा लगाइए
[पेज 19 पर तसवीर]
थोक में खरीदिए
[पेज 19 पर तसवीर]
खाद्य परिरक्षण की कला सीखिए
[पेज 20 पर तसवीर]
छोटे पैमाने पर पशु-पालन करके देखिए
[पेज 20 पर तसवीर]
अच्छी साफ-सफाई रखिए