उसे परमेश्वर पर विश्वास क्यों नहीं था?
रुस्तावी, जॉर्जा सोवियत संघ का भूतपूर्व गणराज्य है। वहाँ अल्यॆस्या नाम की युवती ने दो आगंतुकों को अपने माता-पिता की तसवीर दिखायी और कहा: “यदि परमेश्वर होता तो उसने मेरे माता-पिता को इतनी छोटी उम्र में मरने की अनुमति नहीं दी होती!” जब अल्यॆस्या का पति, टॉमाज़ी घर आ गया तो आगंतुकों ने उन्हें अनन्त काल तक पृथ्वी पर जीवन का आनन्द लीजिये! और “देख! मैं सब कुछ नया कर देता हूँ” ब्रोशर दिये।
जब इस दंपति से पुनःभेंट की गयी तो अल्यॆस्या “देख!” ब्रोशर पढ़ चुकी थी और बाइबल का अध्ययन करना चाहती थी। उसने जो पढ़ा उसे वह अच्छा लगा। फिर जो चर्चा हुई उसके दौरान उसने फटाफट ब्रोशर खोलकर वो हिस्से पढ़े जिन पर उसने निशान लगाये थे। ठोस तर्क से वह प्रभावित हुई थी।
उदाहरण के लिए ब्रोशर कहता है: “महिमायुक्त आश्चर्य जो हमारे चारों ओर है—फूल, पक्षी, जानवर, मनुष्य जो अद्भुत सृष्टि कहलाता है, जन्म और मृत्यु की विचित्रता—ये सब अदृष्य महान बुद्धि की गवाही देते हैं जिसने उसको उत्पन्न किया है। (रोमियों १:२०) जहाँ बुद्धि है, वहाँ मस्तिष्क है। जहाँ मस्तिष्क है, वहाँ व्यक्ति है। यह सर्वोच्च बुद्धि एक सर्वोच्च व्यक्ति है, जो सब जीवधारियों का सृष्टिकर्ता है, जीवन का मूल स्रोत है। (भजन संहिता ३६:९) यह सृष्टिकर्ता वास्तव में सारी स्तुति और भक्ति के योग्य है।—भजन संहिता १०४:२४; प्रकाशितवाक्य ४:११.”
अल्यॆस्या ने बाद में बताया कि मृत प्रियजनों का पुनरुत्थान करने की परमेश्वर की प्रतिज्ञा ने उसे बाइबल अध्ययन करने के लिए उकसाया था। हमारा विश्वास है कि आप भी इन ब्रोशरों में दी गयी विश्वास-वर्धक जानकारी से लाभ उठाएँगे। यदि आप अनन्त काल तक पृथ्वी पर जीवन का आनन्द लीजिए! और “देख! मैं सब कुछ नया कर देता हूँ” की एक प्रति प्राप्त करना चाहते हैं या चाहते हैं कि कोई आकर आपके साथ एक मुफ्त गृह बाइबल अध्ययन संचालित करे, तो कृपया Watch Tower, H-58 Old Khandala Road, Lonavla 410 401, Mah., India को या पृष्ठ ५ पर दिए गए उपयुक्त पते पर लिखिए।