‘आपके काम से समाज को क्या फायदा होता है?’
एक भारतीय पत्रकार, श्री. चंद्रकात पटेल ने ब्रुकलिन, न्यू यॉर्क में यहोवा के साक्षियों के विश्व-मुख्यालय में काम कर रहे एक सदस्य से यह सवाल पूछा था। यह सवाल श्री. पटेल ने तब किया जब वे मुख्यालय का टूर करने गए थे और वहाँ उन्होंने जो भी देखा व सुना, उससे वे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इसके बारे में भारत लौटने पर एक गुजराती अखबार में एक लेख लिखा।
श्री. पटेल ने यहोवा के साक्षियों के कुछ विश्वासों की तुलना, भारत के चर्च के संगठनों के साथ करते हुए लिखा कि यहोवा के साक्षी सर्वशक्तिमान परमेश्वर, यहोवा में विश्वास करते हैं जबकि चर्चों में आम तौर पर त्रिएक की शिक्षा दी जाती है। उन्होंने लिखा कि साक्षी अपनी उपासना में मूरतों का प्रयोग नहीं करते। उन्होंने यह भी लिखा कि यहोवा के साक्षियों के नैतिक दर्जे काफी ऊँचे होते हैं क्योंकि वे बाइबल में दिए गए मसीही उसूलों का पूरा-पूरा पालन करते हैं। और वे बाइबल उसूलों के मुताबिक परस्त्रीगमन, गर्भपात और लोगों से नफरत या उनका कतल करने से दूर रहते हैं। उन्होंने बताया कि साक्षी शांतिप्रिय और प्यार करनेवाले लोग हैं, वे सहनशील होते हैं, वे दूसरों की भलाई करना चाहते हैं, साथ-ही-साथ वे दूसरों को निडरता और जोश के साथ बाइबल का संदेश सुनाते हैं।
भारत के इस पत्रकार ने जो सवाल उठाया था कि ‘आपके काम से समाज को क्या फायदा होता है?’ उन्हें इसका क्या जवाब मिला? उन्होंने लेख में बताया: ‘जवाब मिला कि बाइबल की शिक्षा जीवन के हर क्षेत्र के लिए फायदेमंद है।’ श्री. पटेल को खासकर यह जानने में दिलचस्पी थी कि हेल्थ केअर और नौकरी के मामले में इसके फायदे क्या हैं। इसके बारे में उन्हें जो बातें बतायी गयीं, उनमें से कुछ बातों के विषय में उन्होंने लिखा: ‘अगर एक व्यक्ति तंबाकू और ड्रग्ज़ जैसी नुकसानदेह चीज़ों से दूर रहने की बाइबल सलाह को माने और शुद्ध ज़िंदगी जीए, तो वह कई तरह की बीमारियों से खुद को बचा सकता है। साथ ही, ऐसे लोगों को नौकरी भी जल्दी मिलती है जो मेहनती और ईमानदार हैं और जिन्हें किसी बुरी चीज़ की लत नहीं है। इसके अलावा, अगर दया और प्रेम दिखाते हुए समस्याओं को निपटाया जाता है तो इससे दूसरों के साथ हमारा रिश्ता मधुर हो जाता है। सो, लोगों को बाइबल की बातें सिखाना समाज के फायदे के लिए ही काम करता है।’
जब श्री. पटेल यहोवा के साक्षियों के विश्व-मुख्यालय गए थे, तब उन्होंने अपनी आँखों से लोगों को बाइबल की शिक्षाओं को अमल में लाते हुए देखा। अपने लेख में उन्होंने आध्यात्मिक कामों के केंद्र में काम करनेवाले समर्पित स्वयंसेवकों की साफ-सफाई और हँसते-हँसाते रहने की आदत की खूब तारीफ की। आप भी बाइबल की शिक्षाओं से फायदा उठा सकते हैं। ये फायदें आप कैसे उठा सकते हैं, यह बताने में यहोवा के साक्षियों को बहुत खुशी होगी।
[पेज 31 पर चित्र का श्रेय]
Newspaper background: Courtesy Naya Padkar, Gujarati Daily published from Anand, India