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  • आपको हमारा निमंत्रण
  • यहोवा के गवाह बीसवीं शताब्दी में
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यहोवा के गवाह बीसवीं शताब्दी में
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आपको हमारा निमंत्रण

इस ब्रोशर के पन्‍नों द्वारा हमने आपसे बातें करने का आनन्द लिया। हम आशा करते हैं कि आपने यहोवा के गवाहों के बारे में अधिक सीखने का आनन्द लिया है। हमारे स्थानीय राज्यगृह में हमें भेंट करने के हमारे निमंत्रण को कृपया स्वीकार कीजिए। देखिए कि हमारी सभाएँ कैसे संचालित की जाती हैं। देखिए कि हम कैसे अन्य लोगों के साथ मसीह के राज्य के अधीन एक परादीस पृथ्वी का सुसमाचार दूसरों के साथ बाँटने का प्रयास करते हैं।

परमेश्‍वर ने इसकी प्रतिज्ञा की है। “उस की प्रतिज्ञा के अनुसार हम एक नए आकाश और नई पृथ्वी की आस देखते हैं जिन में धार्मिकता बास करेगी।” (२ पतरस ३:१३) उन्‍नीस शताब्दियाँ बीत चुकी हैं। प्रतीक्षा की अवधि अपनी समाप्ति के क़रीब आ रही है। संसार की स्थितियाँ इसको सूचित करती हैं। यीशु की प्रतिज्ञा की पूर्ति निकट आ रही है: “जब ये बातें होने लगें, तो सीधे हेकर अपने सिर ऊपर उठाना; क्योंकि तुम्हारा छुटकारा निकट होगा।”—लूका २१:२८.

“और ज्यों ज्यों उस दिन को निकट आते देखो,” प्रेरित पौलुस ने कहा, “प्रेम, और भले कामों में उस्काने के लिये एक दूसरे की चिन्ता किया करें। और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना न छोड़ें।” (इब्रानियों १०:२४, २५) हमारा आपको निमंत्रण है, हमारे साथ इकट्ठा होने के द्वारा पौलुस की सलाह को मानिए।

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