१९१४ की पीढ़ी क्यों महत्त्वपूर्ण है?
“हमारे पाठक जानते हैं कि कुछ वर्षों से हम आशा कर रहे हैं कि यह युग विपत्ति के एक भयंकर समय के साथ समाप्त हो जाएगा, और हम ऐसी आशा करते हैं कि अक्तूबर १९१४ के जल्द ही बाद वह समय अचानक और तेज़ी से आ जाएगा।”—द वॉचटावर एन्ड हेरल्ड ऑफ क्राइस्ट्स प्रेज़न्स, मई १५, १९११ (The Watch Tower and Herald of Christ’s Presence, May 15, 1911) के अंक से।
वर्ष १८७९ से उस पत्रिका ने, जो उस समय द वॉचटावर एन्ड हेरल्ड ऑफ क्राइस्ट्स प्रेज़न्स (The Watch Tower and Herald of Christ’s Presence) नाम से जानी जाती थी [अब उसे प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (The Watchtower Announcing Jehovah’s Kingdom) नाम से जानते हैं], कई बार वर्ष १९१४ की और यह कह कर इशारा किया कि बाइबल भविष्यवाणी में यह एक चिह्नित वर्ष है। जैसे-जैसे वह वर्ष निकट आता गया वैसे-वैसे पाठकों को याद दिलाया जाता रहा कि “विपत्ति के एक भयंकर समय” की आशा की जा सकती है।
इस सूचना को उन मसीहियों द्वारा दूर-दूर तक प्रकाशित किया गया, जिन्होंने अपनी समझ बाइबल में वर्णित “सात काल” और ‘अन्य जातियों के समय’ पर आधारित किया।a उनकी समझ में यह अवधि २,५२० वर्ष है—जो यरूशलेम में प्राचीन युग के दाऊद के घराने के राज्य को उलट दिए जाने से आरंभ होकर अक्तूबर १९१४ में समाप्त होता है।b—दानिय्येल ४:१६, १७; लूका २१:२४, King James Version.
अक्तूबर २, १९१४ को, चार्ल्स टेज़ रस्सल ने, जो उस समय वॉचटावर बाइबल एन्ड ट्रैक्ट सोसाइटी के सभापति थे, साहस के साथ घोषणा की: “अन्य जातीयों के समय का अन्त हो गया; उनके राजाओं का दिन जाता रहा।” उनके ये शब्द कितने सच्चे निकले! मानव आँखों से अदृश्य, अक्तूबर १९१४ में, संसार हिलाने वाले महत्त्व की एक घटना स्वर्ग में घटित हुई। यीशु मसीह ने, जो “दाऊद के सिंहासन” का स्थायी वारिस है, एक राजा के रूप में समस्त मानवजाति पर अपना शासन आरंभ कर दिया।—लूका १:३२, ३३; प्रकाशितवाक्य ११:१५.
‘परन्तु’, आप पूछेंगे, ‘यदि मसीह ने १९१४ में शासन आरंभ कर दिया है तो फिर पृथ्वी पर परिस्थितियाँ क्यों बदतर होती गईं?’ इसलिए कि मानवजाति का अदृश्य शत्रु शैतान अभी भी अस्तित्व में था। वर्ष १९१४ तक, शैतान को स्वर्ग में आने-जाने का प्रवेश खुला था। वर्ष १९१४ में परमेश्वर के राज्य की स्थापना के साथ उस स्थिति में परिवर्तन आ गया। “स्वर्ग पर लड़ाई हुई।” (प्रकाशितवाक्य १२:७) शैतान और उसके पिशाच हार गए और उन्हें पृथ्वी पर गिरा दिया, जिस के प्रभाव से मानवजाति पर आकस्मिक महाविपत्ति आ पड़ी। बाइबल ने भविष्यवाणी की: “हे पृथ्वी, और समुद्र, तुम पर हाय! क्योंकि शैतान बड़े क्रोध के साथ तुम्हारे पास उतर आया है; क्योंकि जानता है, कि उसका थोड़ा ही समय और बाकी है।”—प्रकाशितवाक्य १२:१२.
सामान्य युग की पहली शताब्दी में, यीशु ने कहा था कि पृथ्वी के नए राजा के रूप में उनकी अदृश्य उपस्थिति दृश्य चिह्न द्वारा प्रगट होगी। उनसे यह पूछा गया था: “तेरी उपस्थिति का और जगत के अन्त का क्या चिन्ह होगा?” उन्होंने क्या उत्तर दिया? यह कि: “जाति पर जाति, और राज्य पर राज्य चढ़ाई करेगा, और जगह जगह अकाल पड़ेंगे, और भुईंडोल होंगे। ये सब बातें पीड़ाओं का आरंभ होंगी।”—मत्ती २४:३, ७, ८, NW.
उसी के अनुसार, १९१४ में आरंभ होने वाले युद्ध के साथ ही भयंकर अकाल पड़ा, क्योंकि सामन्य खाद्य उत्पादन में चार वर्ष से भी अधिक समय का विघ्न आ गया था। “जगह जगह भुईंडोल होंगे” के विषय में क्या कहेंगे? १९१४ के बाद के दशक में, कम से कम दस विनाशकारी भूकम्पों ने ३,५०,००० से अधिक लोगों की जान ली। (बॉक्स को देखिए.) हाँ, सचमुच, १९१४ की पीढ़ी ने ‘पीड़ाओं के आरंभ’ का अनुभव किया। और तब से पीड़ाओं ने प्राकृतिक आपदों, अकाल और अनेकों युद्ध के रूप में नियमितता के साथ आक्रमण किया है।
फिर भी, १९१४ में परमेश्वर के राज्य की स्थापना का समाचार इसलिए सुसमाचार है कि वही राज्य इस पृथ्वी को नाश होने से बचाएगा। कैसे? यह सभी झूठे, और कपटी धर्मों, भ्रष्ट सरकारों, और शैतान का दुष्ट प्रभाव को हटा देगा। (दानिय्येल २:४४; रोमियों १६:२०; प्रकाशितवाक्य ११:१८; १८:४-८, २४) इसके अतिरिक्त, वह एक नए संसार का आरंभ करेगा जिसमें “धार्मिकता बास करेगी।”—२ पतरस ३:१३.
प्रथम विश्व युध्द के तुरंत बाद, ईमानदार बाइबल विद्यार्थियों ने, जैसा कि उस समय यहोवा के गवाह जाने जाते थे, राजा के रूप में यीशु मसीह की उपस्थिति के चिह्न के एक अन्य पहलू के संबंध में अपना ख़ास अनुग्रह समझने लगे। यीशु मसीह ने यह भविष्यवाणी की: “राज्य का यह सुसमाचार सारे जगत में प्रचार किया जाएगा, कि सब जातियों पर गवाही हो, तब अन्त आ जाएगा।”—मत्ती २४:१४.
यहोवा के गवाह १९१९ में एक छोटे-से आरंभ से, “यह सुसमाचार” फैलाने में बिना रुके लगे रहे। उसके परिणामस्वरूप, २०० से अधीक देशों से लाखों लोग परमेश्वर के राज्य की प्रजा के रूप में एकत्रित किए जा रहे हैं। प्रजा के इन लोगों पर क्या ही आशिषें आने वाली हैं! यह राज्य युद्ध, अकाल, अपराध और अत्याचार को समाप्त कर देगा। यह रोग तथा मृत्यु पर भी विजय प्राप्त कर लेगा!—भजन संहिता ४६:९; ७२:७, १२-१४, १६; नीतिवचन २:२१, २२; प्रकाशितवाक्य २१:३, ४.
वर्ष १९१४ की पीढ़ी के अन्त होने से पहले ही, राज्य प्रचार कार्य अपना उद्देश्य पूरा कर चुका होगा। “तब” यीशु ने भविष्यवाणी की, “उस समय ऐसा भारी क्लेश होगा, जैसा जगत के आरम्भ से न अब तक हुआ, और न कभी होगा। और यदि वे दिन घटाए न जाते, तो कोई प्राणी न बचता; परन्तु चुने हुओं के कारण वे दिन घटाए जाएंगे।”—मत्ती २४:२१, २२.
जो ग़लती १९१४ से पहले वाली पीढ़ी ने की थी, वही ग़लती न करें। परिस्थितियाँ जैसी अभी हैं सर्वदा ऐसी ही नहीं रहेंगी। आश्चर्यजनक परिवर्तन आगे हैं। लेकिन जो बुद्धिमानी से कार्य करेंगे, उनके लिए बढ़िया प्रत्याशाएँ हैं।
इसलिए, अब प्राचीन भविष्यवक्ता के वचनों को सुनिए: “हे पृथ्वी के सब नम्र लोगो . . . धर्म को ढूंढ़ो, नम्रता को ढूंढ़ो; सम्भव है तुम यहोवा के क्रोध के दिन में शरण पाओ।” (सपन्याह २:३) हम इस सलाह पर कैसे चल सकते हैं? अगले लेख उस प्रश्न का उत्तर पाने में सहायता करेंगे।
[फुटनोट]
a सिनारीओ ऑफ द फोटो-ड्रामा ऑफ क्रिएशन (Scenario of the Photo–Drama of Creation, 1914) का मुख पृष्ठ
b और अधिक सूचना के लिए, आप पृथ्वी पर परादीस में सर्वदा जीवित रह सकते हैं नामक पुस्तक के १६वें अध्याय को देखें, जो वॉचटावर बाइबल एन्ड ट्रैक्ट सोसाइटी ऑफ इन्डिया द्वारा प्रकाशित किया गया है।
[पेज 7 पर बक्स]
भूकम्प वर्ष १९१४ के बाद के दशक में
तारीख: स्थान: मृत्यू:
जनवरी १३, १९१५ आवज़ानो, इटली ३२,६००
जनवरी २१, १९१७ बाली, इन्डोनीशिया १५,०००
फरवरी १३, १९१८ क्वाँगतुंग प्राँत, चीन १०,०००
अक्तूबर ११, १९१८ पोर्टो रीको (पश्चिम) ११६
जनवरी ३, १९२० वेराक्रूज़, मैक्सिको ६४८
सितम्बर ७, १९२० रेजियो डी कलब्रिया, इटली १,४००
दिसम्बर १६, १९२० निंग्शिया प्राँत, चीन २,००,०००
मार्च २४, १९२३ सेचवान प्राँत, चीन ५,०००
मई २६, १९२३ ईरान (उत्तर पश्चिम) २,२००
सितम्बर १, १९२३ टोकियो-योकोहामा, जपान ९९,३००
जेम्स एम. गीर तथा हरेश सी. शा द्वारा लिखित पुस्तक Terra Non Firma की दी गयी सूची ‘‘Significant Earthquakes of the World’’ से उद्धृत।